Lucknow UP: नन्हें हाथों की मुस्कान और नागरिक कर्तव्य का संगम-रविवार सेवा ने संवेदना को जनसहभागिता में बदला

1550 थालियों में भरकर परोसी करुणा:आशियाना में मानवता ने किया हर्ष और सौहार्द का उदय- विकास पाण्डेय 

धारा लक्ष्य समाचार पत्र

लखनऊ (उ.प्र.) – 30 नवम्बर 2025, रविवार। इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी (रजि.) द्वारा संचालित सेवा प्रकल्प बृज की रसोई के अंतर्गत प्रत्येक रविवार की परंपरा के अनुसार आज आशियाना, लखनऊ में अकिंचन, निराश्रित एवं निर्धन बच्चों हेतु निःशुल्क भोजन वितरण कार्यक्रम हर्ष, करुणा और सौहार्द के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। आज के पौष्टिक भोजन में छोला-चावल तथा मिष्ठान में हलुआ परोसा गया। यह सद्भाव-भरी सेवा प्रेरणाश्रोत बाबा नीम करौली जी की कृपा, करुणा और प्राणी–मात्र सेवा के पवित्र संकल्प पर आधारित रही।

देवांश रस्तोगी ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना एवं सेवा-संकल्प के साथ हुई, जिसके बाद उपस्थित बच्चों एवं बुजुर्गों को *गरम, ताज़ा और पौष्टिक छोला-चावल एवं मिष्ठान में हलुआ ससम्मान परोसे गया।

दीपक भुटियानी के अनुसार, सभी स्थानों पर सेवा-भावना का वातावरण स्पष्ट रूप से दिखाई दिया। जहाँ एक ओर भोजन पाकर नन्हें चेहरों पर प्रसन्नता की चमक दिखी, वहीं दूसरी ओर स्वयंसेवकों के मन में मानवीय संतोष व आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति झलकती रही।

आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि कई बच्चों ने मुस्कान के साथ अपनी थाली आगे बढ़ाई, कुछ ने अपने हिस्से का भोजन मित्रों में बाँटा। यह दृश्य स्वयं प्रमाणित कर रहा था कि भोजन केवल पेट नहीं भरता, यह विश्वास और जीवन–उम्मीद भी जगाता है।

विकास पाण्डेय ने कहा कि छोटी-सी सहभागिता भी किसी के जीवन में बड़ा परिवर्तन ला सकती है, और इसी उद्देश्य के साथ यह सेवा-अभियान निरंतर आगे बढ़ाया जा रहा है।

दिव्यांश शर्मा ने जानकारी दी कि आज का निःशुल्क भोजन वितरण सेक्टर–एम रिक्शा कॉलोनी, रतन खंड पार्क, डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय के पास स्थित झुग्गी–झोपड़ियाँ, निर्माणाधीन भवनों में कार्यरत श्रमिकों के अस्थायी आवास, नगर निगम जोन–8 की मलिन बस्तियाँ तथा रतनखंड पानी टंकी सहित अनेक क्षेत्रों में संपन्न हुआ। इस दौरान लगभग 1550 निराश्रित, असहाय एवं जरूरतमंदों को सप्रेम भोजन एवं हलुआ परोसा गया।

आज के कार्यक्रम में संस्था के समर्पित पदाधिकारी एवं स्वयंसेवक देवांश रस्तोगी, दीपक भुटियानी, आशीष श्रीवास्तव, विकास पाण्डेय, नवल सिंह, मुकेश कनौजिया, दिनेश पाण्डेय, अजय कुमार एवं दिव्यांश शर्मा सहित अनेक समाजसेवियों ने सक्रिय सहभागिता निभाई।

संस्था के संस्थापक विपिन शर्मा ने कहा हम भोजन नहीं बाँटते, हम संवेदनशीलता, करुणा और एक सुरक्षित कल की आशा वितरित करते हैं। उन्होंने समापन अवसर पर समाज के संवेदनशील नागरिकों से आग्रह किया कि वे भविष्य में भी इस सेवा-यात्रा के सहभागी बनें, क्योंकि सामूहिक संकल्प ही भूख, अभाव और असमानता के विरुद्ध सबसे प्रभावशाली हथियार है। श्री शर्मा ने यह भी बताया कि यह मानवता-आधारित सेवा भविष्य में नियमित रूप से निरंतर जारी रहेगी।

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