धारा लक्ष्य समाचार
लखनऊ, जिस तरह लोग अपनी जिंदगी जीने के लिए व अपने परिवार का भरण पोषण करने के लिए देश-विदेश में नौकरशाही का काम करते हैं। जिससे उनका और उनके परिवार का सुचारू रूप से भरण पोषण हो सके।और उन्हें दो वक्त की रोटियां नसीब हो पाए वहीं इस नौकरशाही को कुछ प्राइवेट संस्थानों द्वारा गुलामी का भी नाम दे दिया जाता हैl
और यह प्राइवेट संस्थाएं कुछ ऐसी भी होती हैं जो अपने ही कर्मचारी का शोषण कर लेती हैं जहां पर कर्मचारियों से भरपूर कार्य करा तो लिया जाता है मगर उनके हक की बनी हुई तनख्वाह को देने में आनाकानी भी की जाती है। जिससे उनके ऊपर कई और आश्रित लोगों का जीवन यापन करना दुर्लभ हो जाता है।
फिलहाल आपको अवगत कराते चलें ऐसा ही एक मामला बख्शी तालाब के कुम्हरावां स्थिति तथास्तु हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर का सामने आया है जहां के कर्मचारियों अजय कुमार (स्टाफ नर्स), गुफरान सिद्दीकी, अनुराग वर्मा, राजनंदनी, अभी गुप्ता ओटी टेक्निशियन समेत इन सभी ने आरोप लगाते हुए यह कहा है की अस्पताल में मैं काम किया हूं और हम सभी का भुगतान आज तक नहीं दिया गया।
और जब हम सभी कर्मचारियों द्वारा अपने हक की धनराशि मांगी जाती है तो हॉस्पिटल के एमडी अंकुर अवस्थी द्वारा धमकाया जाता है कि पेमेंट नहीं करूंगा जो करना है कर लो जिससे शिकायत करनी है कर दो कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
कर्मचारियों की बकाया राशि कुछ इस प्रकार है, अजय कुमार 113000, गुफरान सिद्दीकी 48000, अनुराग वर्मा 12000, राजनंदनी 10000 समेत अभी गुप्ता 35000 इस तरह कर्मचारियों की बकाया राशि तथास्तु हॉस्पिटल के एमडी द्वारा डकारने की फिराक चल रही है। इस तरह हुई कर्मचारियों के साथ घटना को सभी पीड़ित ने हॉस्पिटल के खिलाफ संबंधित थाने में तहरीर भी दे दी थी। मगर अभी तक पीड़ित की सुनवाई नहीं हुई। पीड़ित कर्मचारियों की माने तो अस्पताल और थाने के बीच जबरदस्त समझौता हो चुका है इस लिए मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया । अब देखने वाली बात यह होगी क्या न्याय कर रही होगी सरकार में इन सभी के खून पसीने की रकम मिल पाएगी या अस्पताल प्रशासन अपनी मनमानियों में मनबढ़ नजर आता रहेगा। या पीड़ित कर्मचारी ऐसे ही दर-दर भटकते रहेंगे।
