Raybareli UP: सलोन कोतवाली पुलिस पर वसूली, अवैध हिरासत, मारपीट व आधी रात छापे के गंभीर आरोप

जिला रिपोर्टर रोहित मिश्रा धारा लक्ष्य समाचार

रायबरेली के सलोन कोतवाली क्षेत्र के घोसी का पुरवा में पुलिस पर एक ही परिवार के साथ लगातार कई ज्यादतियाँ करने के गंभीर आरोप लगे हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने इसी परिवार के पनीर व्यवसाय से जुड़ी शिकायत पर पहले अवैध वसूली की और जब व्यापारी ने यह बात एक पत्रकार को बताई, तो प्रतिशोध में पूरे परिवार पर दबाव, छापेमारी, मारपीट, फर्जी मुकदमेबाजी और अवैध हिरासत जैसी कार्रवाई की गई। मामले ने पूरे इलाके में आक्रोश पैदा कर दिया है।

60 हजार रुपये वसूली और बयान देने के बाद प्रतिशोध वाली कार्रवाई का आरोप पीड़ित पनीर व्यापारी मोहम्मद साबिर ने आरोप लगाया कि क्षेत्रीय दारोगा ने कुछ दिन पहले उससे 60 हजार रुपये वसूले। जब इस वसूली का खुलासा उसने एक स्थानीय पत्रकार को बयान देकर किया, तो पुलिस नाराज़ हो गई। व्यापारी के मुताबिक इसी रंजिश में पुलिस ने उसके घर और पनीर गोदाम पर सादे कपड़ों में सूर्यास्त के बाद छापा मारा।व्यापारी का आरोप है कि पुलिसकर्मी घर में घुसे, परिजनों से मारपीट की, घर का सामान इकट्ठा कर वीडियो बनाए ।

और मनगढ़ंत कहानी तैयार कर उसे घर से उठाकर थाने ले गए। रास्ते में फर्जी कट्टा बरामद दिखाकर जेल भेजने की धमकी दी गई और थाने ले जाकर तीन दिनों तक बिना किसी कागजी कार्रवाई के हिरासत में रखा गया।इसी परिवार पर रात में धावा, बेटों से मारपीट और तोड़फोड़ का आरोप इसी मामले में पीड़ित की पत्नी सरवरी ने भी गंभीर आरोप लगाए।

महिला के अनुसार उसके पति द्वारा पुलिस अधीक्षक को वसूली की शिकायत देने के बाद कुछ लोगों में रंजिश पनपी और उसी रंजिश में पुलिस ने परिवार को निशाना बनाया।

महिला ने बताया कि 29/30 नवंबर की रात करीब 1 बजे एसओ सलोन, एसआई विजय शंकर यादव, दीवान सहित कई पुलिसकर्मी तीन गाड़ियों से उनके घर पहुंचे। आरोप है कि पुलिस ने दरवाज़ा तोड़कर घर में घुसपैठ की, पति और दोनों बेटों को घसीटकर बाहर निकाला, डंडों से पीटा तथा एक बेटे को गाड़ी में डालकर गंभीर रूप से घायल कर दिया।

महिला ने कहा कि पुलिसकर्मियों ने घर में तोड़फोड़ कर कीमती सामान उठाया और तेल-मसालों में मिलावट कर फर्जी फोटो तैयार किए ताकि व्यापारी को दोषी दिखाया जा सके। धमकी दी गई कि, अगर शिकायत वापस नहीं ली, तो बेटों को उम्रभर जेल में सड़ा देंगे।”380 किलो पनीर नष्ट, जांच के लिए सैंपल भेजा गया घटना के बाद प्रशासनिक स्तर पर एडीएम सिद्धार्थ ने जानकारी दी कि छापेमारी के दौरान 380 किलो पनीर नष्ट कराया गया है और सैंपल जांच हेतु भेजा गया है।

रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।ग्रामीणों में तनाव, कहा, दोनों घटनाएँ एक ही परिवार और एक ही मामले से जुड़ी हैंघोसी का पुरवा और आसपास के ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि वसूली, बयान दिए जाने, उसके बाद लगातार छापेमारी और मारपीट, ये सब एक ही सिलसिले और एक ही परिवार से जुड़ा मामला है। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने व्यापारी द्वारा बयान देने से नाराज़ होकर पूरे परिवार पर प्रतिशोधात्मक कार्रवाई की।

ग्रामीणों ने डीएम, एसपी व शासन से स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कर दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि लगातार तीन दिन की अवैध हिरासत, आधी रात घर में धावा, तोड़फोड़, मारपीट और फर्जी साक्ष्य तैयार करने जैसे आरोप अत्यंत गंभीर हैं और इनकी उच्च स्तरीय जांच बेहद आवश्यक है।

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