स्वास्थ्य सेवाओं में अनियमितताओं पर कई कर्मचारियों पर गिरी गाज, वहीं शत-प्रतिशत डिजिटाइजेशन कार्य पूरा करने पर बीएलओ कुलदीप सिंह को प्रशस्ति पत्र व उपहार प्रदान।
धारा लक्ष्य समाचार
संवाददाता – शफीक अहमद
सीतापुर। मंगलवार और बुधवार का दिन जिला प्रशासन की दो महत्वपूर्ण कार्यवाहियों का साक्षी बना—एक ओर बेहटा विकास खंड स्थित पीएचसी शाहपुर पर जिलाधिकारी डॉ. राजागणपति आर. ने अचानक निरीक्षण कर लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए, वहीं दूसरी ओर कलेक्ट्रेट सभागार में उत्कृष्ट कार्य करने वाले बीएलओ को सम्मानित किया गया।
पीएचसी शाहपुर पर औचक निरीक्षण, कई कर्मचारियों पर गिरी गाज।
डीएम ने पीएचसी शाहपुर का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का विस्तृत जायज़ा लिया। लेबर रूम की जांच-पड़ताल के दौरान अभिलेखों की स्थिति, आवश्यक उपकरणों की कमी, दवाओं की अपर्याप्त उपलब्धता और फोकस लैम्प का अभाव देखकर उन्होंने कड़ी नाराज़गी जताई।
निरीक्षण में एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकत्री अनुपस्थित मिलीं, जिस पर दोनों की सेवा समाप्ति का नोटिस जारी करने का आदेश दिया गया।
कार्य में उदासीनता दिखाने पर सीएचओ की वार्षिक वेतन वृद्धि में 5% कटौती के निर्देश हुए।
इसी प्रकार लापरवाही पर आशा कार्यकर्ता को भी सेवा समाप्ति का नोटिस देने के निर्देश दिए गए।
व्यापक अनियमितताओं के आधार पर-
बीपीएम, बीसीपीएम और बैम का 15 दिन का वेतन काटने,
प्रभारी अधिकारी का एक माह का वेतन काटने,
तथा एमओआईसी का एक दिन का वेतन काटने
के आदेश जारी किए गए।
स्टाफ नर्स को भी लापरवाही पर नोटिस जारी किया जाएगा।
डीएम ने स्पष्ट चेतावनी दी कि जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए दवाओं, उपकरणों तथा जांच किट की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित की जाए।
निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेश कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
उत्कृष्ट कार्य के लिए बीएलओ कुलदीप सिंह सम्मानित।
इसी क्रम में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम में डीएम डॉ. राजागणपति आर. ने सेवता विधानसभा क्षेत्र-150 के बीएलओ एवं शिक्षा मित्र कुलदीप सिंह को उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र एवं उपहार देकर सम्मानित किया।
विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण अभियान के दौरान कुलदीप सिंह ने शत-प्रतिशत डिजिटाइजेशन का कार्य समय से पहले पूरा किया, जिसे जिलाधिकारी ने अत्यंत सराहनीय बताया। उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन से विभागीय कार्यों में गति और गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
समारोह में अतिरिक्त मजिस्ट्रेट जनार्दन समेत कई विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी की इन दोनों कार्रवाईयों से एक ओर जहां लापरवाह स्वास्थ्यकर्मियों को कड़ा संदेश मिला, वहीं उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों का मनोबल भी बढ़ा है।
