सशक्त नेतृत्व और सामूहिक प्रयास: बहादुरपुर की रेनू और तूफान महिला स्वयं सहायता समूह का उदाहरण
धारा लक्ष्य समाचार पत्र
अमेठी। विकास खण्ड बहादुरपुर की ग्राम पंचायत बहादुरपुर की निवासी रेनू ने उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के अंतर्गत संचालित तूफान महिला स्वयं सहायता समूह (SHG) के माध्यम से न केवल अपने परिवार बल्कि अन्य समूह की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। विगत 5 वर्षों से अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रेनू ने समूह के सदस्यों के जीवन स्तर में सुधार के लिए निरंतर प्रयास किए हैं।
समूह से जुड़ने से पहले की स्थिति:
समूह से जुड़ने से पहले रेनू और उनके परिवार की आय का एकमात्र साधन केवल खेती था। आर्थिक कठिनाइयों के कारण परिवार का जीवन स्तर प्रभावित था। बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था।
समूह से जुड़ने के बाद की स्थिति:
उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के बीएमएम द्वारा मार्गदर्शन मिलने के बाद रेनू ने अपनी ग्राम पंचायत में 10 दीदियों के साथ तूफान महिला स्वयं सहायता समूह का गठन किया। अध्यक्ष के रूप में उन्होंने समूह की सभी महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कई पहलें कीं।
एनआरएलएम के सहयोग से समूह सवेरा मार्ट को संचालित कर रहा है, जिससे समूह की आय में वृद्धि हुई है। इसके अतिरिक्त समूह सिलाई कार्य में भी सक्रिय है, जिससे महिलाएँ स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ रही हैं।
परिणाम और प्रभाव:
इन पहलों के परिणामस्वरूप समूह की महिलाओं में आत्मविश्वास और आर्थिक स्थिरता आई है। रेनू के नेतृत्व में तूफान महिला स्वयं सहायता समूह अन्य महिलाओं के लिए प्रेरक मॉडल बन गया है। समूह के माध्यम से बच्चों की शिक्षा में सुधार हुआ है और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ी है।
जिलाधिकारी अमेठी, श्री संजय चौहान (आईएएस) एवं मुख्य विकास अधिकारी अमेठी, श्री सूरज पटेल (आईएएस) ने रेनू और उनके समूह के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने निर्देश दिए कि इस समूह के मॉडल को अन्य पंचायतों और महिलाओं के लिए प्रेरणा स्वरूप अपनाया जाए।
डीएम व सीडीओ ने उम्मीद जताई है कि इसी तरह के प्रयास ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में और अधिक कारगर साबित होंगे।
