देव एकेडमी परिसर में राधा फाउंडेशन की ओर से हुए बाल्मीकि जयंती पर विभिन्न कार्यक्रम
आयोजित प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने लिया भाग, विजेताओं को किया गया सम्मानित
अमेठी। महान संत महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती के अवसर पर, राधा फाउंडेशन सोमपुर मनकंठ के द्वारा मंगलवार को देव एकेडमी अमेठी में विभिन्न प्रेरणादायक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर वाद-विवाद प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता और गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें 70 से अधिक छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देव एकेडमी के निदेशक विनोद पांडेय ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य बुराइयों का पुतला होता है, लेकिन जो व्यक्ति समय रहते अपनी बुराइयों को दूर करके अच्छाइयों का रास्ता चुन लेता है, वही बाद में महर्षि वाल्मीकि जैसा यश प्राप्त करता है। उन्होंने छात्रों से कहा कि हर व्यक्ति को अपनी बुराइयों को चिह्नित कर उन्हें दूर करने की निरंतर कोशिश करनी चाहिए और अपना जीवन मानवीय हितों के लिए समर्पित करना चाहिए।
उन्होंने महर्षि वाल्मीकि के योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने लोक-मंगल की भावना को ध्यान में रखते हुए लौकिक संस्कृत का प्रथम महाकाव्य ‘रामायण’ लिखकर जनता को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम और जगत जननी माता सीता के दिव्य चरित्र से परिचित कराया। प्रतियोगिताओं में प्रशांत सिंह और कोमल वर्मा (निबंध) तथा रंजन यादव (वाद-विवाद) ने अव्वल स्थान प्राप्त किया। मुख्य अतिथि विनोद पांडेय ने विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया।
राधा फाउंडेशन के अध्यक्ष अरविंद श्रीवास्तव ने महर्षि वाल्मीकि के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वर्तमान युग में हर भारतीय को भगवान श्री राम के आदर्शों का अनुकरण करना चाहिए। मनोज मिश्र ने महर्षि वाल्मीकि को कवियों की शृंखला में सर्वश्रेष्ठ बताते हुए उनकी वाल्मीकि रामायण को जीवन में उतारने का आह्वान किया।
इस अवसर पर मनोज मिश्रा, शशांक यादव, धर्मेंद्र शर्मा, समीर त्रिपाठी आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
