बाराबंकी। आज हिंदुस्तान में जो हिन्दू मुस्लिम के बीच खाई खोदी जा रही है और आपस मे खून के प्यासे होते जा रहे है। इसी के बीच एक ऐसा इन्सान है जो आपस मे भाई चारे के बढ़ावा देने के लिये 13000 किलोमीटर वंदे भारत सद्भावना यात्रा करके देवा शरीफ पहुँचे जहाँ पर हाजी वारिस अली शाह की मज़ार पर चादर शरीफ पेश करके कि देश के लिये अमन शांति के लिए दुआएं माँगी। मैं बात कर रहा हूँ।
फोरेवर हेल्प संस्था के अध्यक्ष लियाकत खान वारसी की जो 13000 किलोमीटर वंदे भारत सद्भावना यात्रा के दौरान देवा शरीफ में कॉमी एकता सद्भावना, गंगा जमुना तहजीब के प्रतीक विश्व विख्यात हज़रत अल्हाज़ आलमपनाह वारिस अली पाक शाह रहमतुल्लाह अलैह, बाराबंकी, लखनऊ उत्तर प्रदेश की बारगाह में अकिदत के फूल वह चादर पेश की देश में अमन चैन, एकता अखंडता, कौमी एकता सद्भावना भाईचारे के लिए दुआएं मांगी।
लिकायत खान वारसी का डीजीपी कार्यालय में तैनात एजाज ख़ान ने जोरदार स्वागत किया और पारंपरिक दस्तार पहनाई और सैयद मोहम्मद गुलजार वारसी ने उनका इस्तक़बाल कर उनसे ख़ास मुलाक़ात की। लियाकत खान वारसी इस सद्भावना यात्रा के दौरान अपने दोपहिया वाहन पर देश के कई राज्यों का दौरा कर चुके हैं और यात्रा जारी है, वे यात्रा के दौरान देश के स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के योगदान को भी बता रहे हैं।
