सुजीता कुमारी बोलीं—हर पीड़िता को न्याय दिलाना ही आयोग की सर्वोच्च प्राथमिकता।
धारा लक्ष्य समाचार, शफीक अहमद की रिपोर्ट
सीतापुर। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य सुजीता कुमारी ने बुधवार को सदर तहसील सभागार में आयोजित जनसुनवाई में प्रतिभाग किया। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आई महिलाओं ने दस शिकायतें आयोग के समक्ष दर्ज कराईं। जनसुनवाई में भारी संख्या में महिला प्रतिभागियों की मौजूदगी से सभागार खचाखच भरा रहा।
जनसुनवाई के दौरान महिलाओं ने घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना, मानसिक उत्पीड़न, संपत्ति विवाद और कार्यस्थल पर उत्पीड़न से संबंधित समस्याएँ बताईं। कई महिलाओं ने अपनी शिकायतें लिखित रूप में भी प्रस्तुत कीं। सदस्य सुजीता कुमारी ने कहा कि महिला आयोग की पहली प्राथमिकता पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाना है। उन्होंने अधिकारियों को सभी प्रकरणों पर शीघ्र, निष्पक्ष और प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने बताया कि आयोग जरूरत पड़ने पर पीड़िताओं को कानूनी सहायता, काउंसलिंग और मानसिक सहयोग भी उपलब्ध कराता है।
जनसुनवाई से पूर्व सदस्य ने कमलापुर स्थित विद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने स्कूल में सफाई, व्यवस्था और मूलभूत सुविधाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने विकास खंड ऐलिया में आयोजित जन-जागरूकता चौपाल को संबोधित किया। शक्ति संवाद के दौरान उन्होंने कहा कि समाज में महिला-पुरुष के बीच बराबरी की भावना ही वास्तविक सशक्तिकरण का आधार है। चौपाल में महिलाओं व ग्रामीणों को महिला सुरक्षा, कानूनी अधिकारों और सरकारी योजनाओं की जानकारी भी दी गई।
