दिल्ली। विश्व पटल पर ट्रम्प और मोदी की जोड़ी हिट होते ही भारत विरोधी गतिबिधियो में लिप्त देशों को शर्मिदा होना पड़ा है। दोनों नेताओं के खिलाफ हिंडनबर्ग ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया था। हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक नाथन एंडरसन ने चौंकाने वाला फैसला लेते हुए कंपनी को बंद करने का फैसला लिया है।
यह वही कंपनी है, जिसकी एक रिपोर्ट ने पिछले लोकसभा के शीतकालीन सत्र से पहले अडानी ग्रुप की बैंड बजा दी थी। शीतकालीन सत्र में के विपक्ष साथ ही पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया था।अब हिंडनबर्ग रिसर्च के फाउंडर नाथन एंडरसन ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट करके कंपनी बंद करने का अपना फैसला बताया है। इस पोस्ट में मानो एंडरसन ने अपनी पूरी जिंदगी को खोल कर रख दिया है।

नाथन एंडरसन ने अपनी पोस्ट में बताया कि मैंने पिछले साल के अंत में ही अपने परिवार, दोस्तों और हमारी टीम के साथ ये बात शेयर की थी कि मैं हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद करने का निर्णय ले रहा हूं। हमने जो विचार या मकसद तय किए थे, उन्हें पूरा करने के बाद इसे खत्म करना ही था। आज आखिरी मामलों को नियामकों के साथ शेयर करने के बाद वो दिन आ गया है, जब मैं पूरी दुनिया के सामने अपना यह फैसला रख रहा हूं।
