घर बैठे आपके द्वारा कंट्रोल रूम को फोन घुमाते ही होगा समस्या का समाधान जानें क्या है नंबर

 

 

जिलाधिकारी व बीडीओ के निर्देश के क्रम में ब्लॉक मुख्यालय पर एडियों पंचायत कार्यालय में कंट्रोल रूम की स्थापना

धारा लक्ष्य समाचार सुधीर शर्मा

हैदरगढ़ (बाराबंकी) । यदि गाँव में किसी का इंडिया मार्का हैंडपंप खराब पड़ा और मरम्मत की बाट जोह रहा है तो आपकों परेशान होने की जरूरत नहीं है और न ही कही जाने की। घर बैठे आपके द्वारा कंट्रोल रूम को फोन घुमाते ही समस्या का समाधान कर दिया जायेगा।

जिलाधिकारी व बीडीओ के निर्देश के क्रम में ब्लॉक मुख्यालय पर एडियों पंचायत कार्यालय में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है, जहाँ पर आप रात हो या दिन 24 घंटे में किसी भी समय फोन घुमाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं, शिकायत दर्ज कराने के बाद शीघ्र ही आपके खराब पड़े नल को ठीक करा दिया जायेगा।

इसी तरह संचारी रोग नियंत्रण के रोकथाम के लिए भी जिला पंचायत राज अधिकारी व बीडीओ के दिशा- निर्देशन पर एडियों पंचायत कार्यालय में कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है,

संचारी रोग बुखार आदि से पीड़ित तो फौरन उसकी डॉक्टरों से बात कर इलाज की व्यवस्था कराने के साथ गाँव में सफाईकर्मी पहुंचकर साफ- सफाई करने के साथ के कीटनाशक दवाओं का छिड़काव भी करेंगे।

  •                  बताते चलें कि भीषण गर्मी के मद्देनजर गाँवो में पेयजल की कोई समस्या ना हो इसी बात को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी व बीडीओ संजीव कुमार गुप्ता के निर्देश पर ब्लॉक मुख्यालय पर एडियों पंचायत कार्यालय में एडियों पंचायत अखिलेश दुबे द्वारा कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है।
  • एडियों पंचायत अखिलेश दुबे ने जानकारी देते हुए बताया कि विकास खंड की किसी भी ग्राम पंचायत में यदि इंडिया मार्का हैंडपंप खराब पड़ा है नल के मरम्मत अथवा रिबोर की आवश्यकता है तो हमारे कार्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम नंबर – 9838156960, 9455605613 व 9792907010 पर 24 घंटे में किसी भी समय दूरभाष पर अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं
  • उन्होंने यह भी बताया कि शिकायत दर्ज कराने के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए नल का मरम्मत करा दिया जाएगा यदि नल रिबोर होने लायक होगा तो 48 घंटे के भी करा दिया जायेगा। इसी तरह संचारी रोग के रोकथाम के लिए भी उक्त कंट्रोल रूम के इन्हीं तीनों नंबरों पर गाँव में यदि कोई बुखार, मलेरिया आदि संक्रमित बीमारियों से पीड़ित है
  • तो फोन करने के बाद अस्पताल में डॉक्टरों से बात कर इलाज की व्यवस्था कराई जाएगी, साथ ही सफाई कर्मी गांव में पहुंचकर उनके द्वारा साफ- सफाई कर संक्रमित बीमारियों से निपटने के लिए चूना, ब्लीचिंग पाउडर आदि कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जाएगा।
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