पिछले वर्ष के गन्ना भुगतान के लिए गन्ना किसान आज भी तरस रहे हैं। Saharanpur News

 

 

धारा लक्ष्य समाचार 

नागल।

चीनी मिलों में बकाया गन्ना मूल्य भुगतान मे बजाजचीनीमिल गाँगनौली सबसे ज्यादा पीछे चल रही हैं अभी तक 155 करोड़ रुपये का गन्ना मूल्य भुगतान बकाया हैं। पिछले वर्ष के गन्ना भुगतान के लिए गन्ना किसान आज भी तरस रहे हैं। अकेले बजाज ग्रुप की गाँगनौली चीनी मिल पर गन्ना किसानों का 2025 वर्ष का 155 करोड़ रुपया गन्ना मूल्य बकाया है। जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ,गन्ना एवं चीनी मिलें कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, गन्ना राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार अपनी नियमित गन्ना मूल्य भुगतान की समीक्षा बैठक में लगातार गन्ना विभाग को निर्देशित कर रहे हैं, कि सभी चीनी मिलें बकाया गन्ना मूल्य का तत्काल भुगतान कर दें । लेकिन यह सब आदेश -निर्देश हवा हवाई साबित हो रहे हैं। जनपद की बजाज चीनी मिल गाँगनौली का गन्ना मूल्य भुगतान अन्य मिलों से बहुत पीछे चल रहा है ।खेद का विषय है कि पिछले वर्ष के बकाया गन्ना मूल्य भुगतान के बारे में अपना जो प्लान गन्ना विभाग एवं जिलाधिकारी को सौंपा है उस पर भी बजाजचीनी मिल गाँगनौली खरा नहीं उतर रही हैं।बजाजचीनीमिल के गैरजिम्मेदाराना रैवय्ये को लेकर जिला प्रशासन भी हैरान हैं। इस बात को लेकर बजाजचीनीमिल क्षेत्र गाँगनौली के गन्ना किसानों को अपना गन्ना मूल्य भुगतान फँसता नजर आ रहा है। जनपद में गत सीजन में चीनी मिलों ने नवंबर के बीच पेराई सत्र शुरू कर दिया था। जनपद सहारनपुर में इस बार गन्ने का क्षेत्रफल 1. 21 लाख हेक्टेयर गन्ना क्षेत्रफल है ,उक्त जानकारी डॉ सुधीर चौधरी जिला गन्ना अधिकारी ने दी है। बजाज चीनी मिल गाँगनौली के गन्ना महाप्रबंधक अनिल चौहान ने बताया कि पिछले वर्ष का गन्ना मूल्य भुगतान आधें के करीब गन्ना मूल्य भुगतान बजाज चीनी मिल यूनिट गाँगनौली द्वारा कर दिया गया है। 11जून 2025 के बाद का लगभग 155, करोड रुपए गन्ना मूल्य बजाज चीनी मिल गांगनौली पर किसानों का शेष बकाया है।

किसानों के गन्ना मूल्य के अलावा ब्याज की राशि अलग से बकाया हैं। किसानों के बढते दबाव एवं उनके द्वारा किसानों से गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर किए गए वायदों पर पुरा नहीं उतरने के कारण ही बजाजचीनी मिल गाँगनौली के उपाध्यक्ष हरविशमलिक ने बजाजचीनी मिल मालिकों को अपना त्यागपत्र सौंप दिया है।नये उपाध्यक्ष रविंद्र खोखर ने बजाजचीनी मिल गाँगनौली पँहुचकर कार्यभार संभाल लिया है,और वह किसान सँगठनो के लोगों के घरों के चक्कर लगाते हुए उनकी मानमनौव्वल मे जुट गए हैं,ताकि गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर किसान मिल गेट पर तालाबंदी न कर दे।जनपद में कुल 7 चीनी मिल चालू हालत में है, अपने गन्ना मूल्य को लेकर गन्ना किसान बहुत परेशान हैं।

किसान आशीष नौसरान,उज्जवल चौधरी, महीपाल, नैपाल सिंह, ओमपाल, सुभे सिंह मलिक,सन्दीप नौसरान, अशोक कुमार फौजी, अक्षय नौसरान, भूपसिंह ने बताया कि कम बारिश का असर गन्ना और धान सहित अन्य फसलों पर पड़ा है। सुनील चौधरी ने बताया कि जनपद में औसत से कम बरसात हुई है ,किसान सूखे की मार झेल रहा है वहीं सरकार चीनी मिलों से बकाया गन्ना मूल्य भुगतान कराने में कोताही बरत रही हैं।उन्होंने कहा कि यह अन्याय किसान सहन नहीं करेगा, यदि समय रहते बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं किया गया तो किसान आन्दोलन भी कर सकते हैं।सुनील चौधरी ने प्रदेश के गन्ना मन्त्री चौ.लक्ष्मीनारायण, गन्ना राज्यमंत्री सँजयसिँह गँगवार, गन्ना आयुक्त/एवं गन्ना सचिव को गन्ना मूल्य भुगतान हेतु लिखित रूप से मिलकर अवगत भी कराया था लेकिन आज तक गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं किया गया।उन्होंने बजाजचीनीमिल प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसानों को गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर तँग किया गया तो बजाजचीनीमिल एवं डिस्टलरी पर ताला डालकर आंदोलन किया जाएगा।जिसकी जिम्मेदारी बजाजचीनीमिल प्रबंधन की होगी। इसके अलावा आशीष नौसरान,जितेंद्र गाँगनौली, सौरव त्यागी, मिन्टू वालिया, बिजेंद्र , रमेश वालिया, अर्जुन वालिया, अमरीश मलिक, मनीष कुमार, प्रमोद नौसरान, विक्रांत आदि ने भी सरकार से बकाया गन्ना मूल्य भुगतान करायें जाने की मांग की है। अब देखना है कि सरकार किसानों की इस मांग पर कितना ध्यान दे पाती है। या पिछले वर्ष की तरह इस बार भी गन्ना किसानों को परेशान करते हैं। यह भविष्य के गर्भ में है।

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