धारा लक्ष्य समाचार पत्र नई दिल्ली। राष्ट्रीय हित हमेशा से भारत की विदेश नीति का मूल सिद्धांत रहा है और आगे भी रहेगा। भारत किसी भी बाहरी दबाव या अंतरराष्ट्रीय समीकरण के तहत अपने हितों से समझौता नहीं करेगा। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में आयोजित, अरावली शिखर सम्मेलन के उद्घाटन भाषण के दौरान यह टिप्पणी की। जेएनयू में स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज (एसआईएस) की 70वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित इस सम्मेलन का आयोजन विदेश मंत्रालय और चिंतन रिसर्च फाउंडेशन के सहयोग से किया…
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