जिला रिपोर्टर रोहित मिश्रा रायबरेली
रायबरेली जनपद में एससी-एसटी न्यायालय ने 1997 में दर्ज हुए हत्या के मुकदमें में सलोन ब्लाक क्षेत्र के पूर्व ब्लाक प्रमुख कुंवर आजाद सिंह सहित एक अन्य को बाइज्जत बरी किया है। वहीं दो कस्टडी में भेजा गया जेल भाग्य का फैसला 11 सितंबर को आयेगा
दर असल पूरा मामला जिले के सलोन कोतवाली क्षेत्र स्थित जमुरवा बुजुर्ग गांव का है जहां 23 फरवरी 1997 सुबह 8 बजे एक अधेड़ रामफेर रैदास कि हुई थी हत्या जिसमें गेंदलाल पुत्र रामफेर ने पांच लोगों के नाम मुन्ना सिंह,हरखबहादुर सिंह, राकेश सिंह ,वलराम तिवारी उर्फ लल्ला व सलोन के पूर्व ब्लाक प्रमुख व बीजेपी के कद्दावर नेता कुंवर आजाद सिंह को हत्यारोपी बनाया गया था।
जिसमें उन्हें जेल जाना पड़ा था जमानत के बाद ट्रायल पर चलने दौरान एक अभियुक्त हरखबहादुर सिंह की मृत्यु हो गई बचे चार 28 वर्षों तक मुकदमा चलने के बाद 30 अगस्त को एडीजे एस सी एसटी न्यायालय के जज अनिल कुमार ने पूर्व व्लाक प्रमुख कुंवर आजाद सिंह सहित एक मुन्ना सिंह को बाइज्जत बरी किया है।
वहीं दो को राकेश सिंह,को 7 वर्ष व वलराम तिवारी उर्फ लल्ला को आजीवन कारावा की सजा सुनाई गई है पूर्व व्लाक प्रमुख कुंवर आजाद सिंह के बरी होते ही समर्थकों में खुशी कि लहर दौड़ पड़ी है।
इस अवसर पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य अनुज सिंह, छेत्र पंचायत सदस्य तनुज सिंह, समाज सेवी वृजलाल पासी, पूर्व प्रधान वगहा रामसजीवन पासी आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे
