Lucknow UP: लखनऊ: मछली मंडी पर गिरा विशालकाय पीपल का पेड़, एक की मौत, चार घायल

Dhara Lakshya samachar

लखनऊ। राजधानी के कैसरबाग स्थित मछली मंडी में मंगलवार दोपहर बड़ा हादसा हो गया। यहां एक विशालकाय पीपल का पेड़ अचानक गिर पड़ा, जिसकी चपेट में आने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

कैसे हुआ हादसा

मछली मंडी में लाला सोनकर अपने परिवार के साथ रहते हैं। मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे उनके मकान से सटा भारी-भरकम पीपल का पेड़ अचानक मंडी पर गिर पड़ा। हादसे के समय मंडी में दुकान पर बैठे पांच लोग इसकी चपेट में आ गए।

घटना के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने तत्काल पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी। मौके पर पहुंची टीम ने मशक्कत के बाद सभी लोगों को मलबे से बाहर निकाला।

एक की मौत, चार घायल

इस हादसे में त्रिवेणी नगर निवासी राम चरन के बेटे रामू (60 वर्ष) की मौके पर ही मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

वहीं, घायल हुए रिजवान (22), शोएब (22), अभिषेक (32) और मोहम्मद अरमान (30) को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार चारों की हालत खतरे से बाहर है।

मौके पर पहुंचे उप मुख्यमंत्री और महापौर

घटना की जानकारी मिलते ही उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने बलरामपुर अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल भी लिया।

कुछ देर बाद महापौर सुषमा खर्कवाल भी घटना स्थल पर पहुंचीं और प्रभावितों से मुलाकात की।

प्रशासन ने शुरू किया पेड़ हटाने का कार्य

मंडी क्षेत्र में भारी जाम और अव्यवस्था की स्थिति को देखते हुए पुलिस बल की तैनाती की गई है। वहीं, नगर निगम और दमकल विभाग की मदद से पेड़ को हटाने का कार्य जारी है

देखते ही देखते पूरा इलाका डर से भर गया। स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों ने तुरंत पुलिस और नगर निगम को सूचना दी। राहत और बचाव अभियान खबर मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड, एसडीआरएफ और नगर निगम की टीमें मौके पर पहुंचीं। पेड़ इतना विशाल था कि उसे हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। काटने की मशीनों की मदद से शाखाओं को हटाया गया। कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब और नगर आयुक्त गौरव कुमार भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और राहत अभियान का जायजा लिया।

लोगों ने हादसे की वजह पेड़ की जड़ों को कटना बताया लोगों ने हादसे की वजह जड़ों के कटने को बताया। दरअसल, पास में एक जर्जर मकान और दुकान थी, जिसके मालिक शेखू और दिनेश सोनकर हाल ही में मरम्मत का काम करा रहे थे। मकान की नींव और पिलर डालने के दौरान पीपल के पेड़ की कई जड़ें कट गई थीं। इसी वजह से पेड़ कमजोर हो गया और मंगलवार को अचानक धराशायी हो गया। पेड़ दो मंजिल छत लेकर गिरा।

मंडी में काम करने वाले लोग बने शिकार पेड़ मकान की बजाय दूसरी तरफ, यानी सब्जी मंडी की ओर गिरा। उस समय मंडी में सामान्य दिनों के मुकाबले भीड़ काफी कम थी, क्योंकि मंगलवार को मंडी बंद रहती है। इसी वजह से बड़ा हादसा टल गया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यदि यह पेड़ किसी और दिन गिरता तो दर्जनों लोग इसकी चपेट में आ सकते थे।

——– चश्मदीदों का बयान, गिरने की चर चराहट सुन भागकर बचाई जान स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि हादसा अचानक हुआ। हम लोगों ने जोर की आवाज सुनी और तुरंत भागकर बाहर आ गए। लेकिन कुछ लोग नहीं निकल पाए। अगर मंगलवार को मंडी बंद न होती तो नुकसान बहुत बड़ा हो सकता था।

——- पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। नगर निगम और प्रशासन ने मंडी में लगे अन्य पेड़ों और आसपास की जर्जर इमारतों की भी जांच कराने का आदेश दिया है। पास ही एक और भारी-भरकम पेड़ खड़ा है, जिसे लेकर स्थानीय लोगों ने आशंका जताई है।

———- मछली मंडी बंद होने की वजह से बड़ा हादसा टला मछली मंडी में मौजूद लोगों का कहना है कि मंगलवार की छुट्टी होने की वजह से वहां ग्राहकों की भीड़ नहीं थी। इसी कारण हादसा सीमित रहा। अगर किसी और दिन यह पेड़ गिरता तो नुकसान कई गुना ज्यादा हो सकता था।

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