भारत में बनेगा क्वांटम और 6जी टेक्नोलॉजी के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस

नई दिल्ली: भारत की 6जी और क्वांटम टेक्नोलॉजी में स्थिति मजबूत करने के लिए टेलीकॉम सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (टीसीओई) इंडिया और कर्नाटक की विश्वेश्वरैया टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (वीटीयू) की ओर से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) स्थापित करने के लिए करार किया गया है। संचार मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, वीटीयू – विश्वेश्वरैया रिसर्च और इनोवेशन फाउंडेशन (वीआरआईएफ) बेंगलुरु का उद्देश्य भारत की प्रगति को इन सेक्टरों में बढ़ाना है।

सीओई को हब एंड स्पोक मॉडल आधार पर डिजाइन किया जाएगा। टीसीओई इंडिया एक सेंट्रल हब के रूप में काम करेगा।

सरकार के मुताबिक, वीटीयू से जुड़े 228 कॉलेज के बौद्धिक और ढांचागत क्षमता का फायदे उठाते हुए सीओई रिसर्च और डेवलपमेंट के लिए एक मुख्य सुविधा के तौर पर कार्य करेगी।

सीओई के जरिए क्वांटम और 5जी एवं 6जी टेक्नोलॉजी में कटिंग एज रिसर्च को बढ़ावा दिया जाएगा। साथ ही साझेदारी और इनोवेशन को भी प्रोत्साहित किया जाएगा।

सीओई में टेलीकॉम स्टैंडर्डाइजेशन को लेकर काम कर रही मुख्य संस्थाएं जैसे टेलीकॉम इंजीनियरिंग सेंटर (टीईसी), भारत 6जी एलायंस, टीसीडीएसआई, एकेडमिक नेटवर्क और स्टार्टअप इकोसिस्टम में साझेदारी को बढ़ाया जाएगा।

इससे 4 लाख से ज्यादा छात्रों और 2,000 से ज्यादा पीएचडी और वीटीयू नेटवर्क में रिसर्च कर रहे रिसचर्स को मदद मिलेगी। साथ ही इनोवेशन के कमर्शियलाइजेशन में मदद मिलेगी।

राष्ट्रीय क्वांटम मिशन में मिशन गवर्निंग बोर्ड के चेयरमैन अजय चौधरी ने कहा कि देश में 600 वैज्ञानिक और 50 स्टार्टअप क्वांटम टेक्नोलॉजी में काम कर रहे हैं।

भारत की ओर से अप्रैल 2023 में राष्ट्रीय क्वांटम मिशन लॉन्च किया था। इसका उद्देश्य क्वांटम से जुड़े विज्ञान और टेक्नोलॉजी में क्षमताएं विकसित करना है।

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया Dhara Lakshya samachar के Facebook पेज को LikeTwitter पर Follow करना न भूलें...

Related posts