भेटुआ/अमेठी। ग्रामीणों ने बताया कि भेटुआ ब्लॉक के सरूवावां गांव में शुद्ध पेयजल की समस्या लगातार विकराल होती जा रही है। जल जीवन मिशन के तहत गांव में बनाई जा रही पानी की टंकी का निर्माण कार्य चार वर्षों से भी अधिक समय से अधूरा पड़ा है। इस कारण करीब 8 हजार की आबादी आज भी शुद्ध पानी के लिए तरस रही है।
जानकारी के मुताबिक, यह परियोजना अक्टूबर 2021 में 475.98 लाख रुपये की लागत से शुरू की गई थी। निर्धारित समय सीमा बीत जाने के बावजूद आज तक कार्य पूरा नहीं हो सका है।
ग्रामीण रवि
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ने बताया कि टंकी निर्माण में भारी लापरवाही हुई है और ठेकेदार बीच में ही काम छोड़ गया। वहीं दिनेश कुमार ने कहा कि अधूरा पाइपलाइन कार्य होने के कारण लोग निजी हैंडपंपों पर निर्भर हैं, जिनका पानी अधिकांशतः दूषित है।
रंजीत यादव ने बताया कि सरकारी हैंडपंपों की संख्या बहुत कम है और उन पर पानी भरने के लिए लंबी कतारें लगती हैं। बोतलबंद पानी महंगा होने से गरीब तबका दूषित पानी पीने को मजबूर है।
गंगाराम, अनिल मौर्या, मनोज मौर्या, जीतेंद्र मौर्या और राहुल कश्यप सहित कई ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि निर्माण कार्य जल्द पूरा कराया जाए ताकि गांव में शुद्ध पेयजल की सुविधा मिल सके।
इस संबंध में अधिशासी अभियंता अनिल कुमार राव ने बताया कि “पिछले एक वर्ष से विभाग को बजट न मिलने के कारण कई परियोजनाएं ठप हैं। कार्यदायी संस्था से बात कर जल्द ही निर्माण कार्य फिर शुरू कराया जाएगा।”
