Barabanki Uttar Pradesh: शिक्षा एवं कृषि संकाय रामार्पित ग्रुप आफ कालेज में हुआ आयोजन किसानों के लिए लगी प्रदर्शनी का भब्य उद्घाटन एमएलसी अंगद द्वारा 

धारा लक्ष्य समाचार पत्र

रामसनेहीघाट बाराबंकी  ड्रिप सिंचाई परमानेंट स्प्रंकलर माइको स्प्रंकलर के बारे में अनन्त राम ने बताया कि सिद्धौर क्षेत्र में कई गांवों के किसानों ने डीहा रहीम,देवकली, हाजीपुर, पंडित पुरवा,पडरांवा आदि में ट्यूबेल लगाया है। इससे किसानों के पानी की बचत पौधों का अच्छा उत्पादन, मिट्टी को बेहतर बनाने का काम होता है।

सूर्य प्रकाश चौधरी, आलोक कुमार वर्मा, ने बताया कि 03 कुंतल बीघे का उत्पादन किया जा सकता है।सरसों के बीज पांच प्रकार के बीज थे। केसरी 5111, केसरी गोल्ड ,5222,5232,5210, रेट 800 से 1200 रुपये तक के उपलब्ध थे।

गेहूं और धान में सवा कनक 2211 और सवा कनक 2200 रेट 80 रुपए किलो पैदावार 5.50, 06, कुन्तल की पैदावार वेद प्रकाश, ललित वर्मा ने बताया। धान के बीज में 7301, सवा 7501 ,125 में तैयार हो जाता है।बीज का रेट 500 रुपये में मिलता है पैदावार 8 से 10 कुंतल होती है।

हरी चरी में जम्बो सुपर बीज एक बीघे में 03 किलो बीज पड़ता है। मल्टीकेट कटिंग 03 से 04 बार नरम चारे की कटिंग होती है। उत्पादन 65 से 70 कुंतल की पैदावार होती है। शुभ्रांशु मिश्रा बाराबंकी और लखनऊ दोनों जिलों को देखते हैं ऐसा बताया। बीज दवा डेकोरेस पीएच बैलेंसर,ग्रोवर ग्रंन्यूल्स,चिलमिक्स काम्बी अक्टीवेट, पानी की बचत,दवा की बचत, पौधों को मजबूत बनाने का करती है। सर्वेश तिवारी,सूरज,शादाब ने बताया।

निशा बानों,रेखा राजवंशी,अंशिका वर्मा,प्रांशी वर्मा,काजल वर्मा,छात्राओं द्वारा लगाये हुए पेड़ के बारे में जानकारी दी। मनीप्लांट के बारे बताया कि इसको लगाने से घरों में धन की वृद्धि होती है।

छात्र आश्रित शुक्ला ने बताया कि एग्रीहल एआई के बारे में बताया कि पानी तथा खाद कीड़ों से देखरेख मंडी मौसम की जानकारी देता है।

हास्पिटल की प्रदर्शनी में छात्राओं ने बताया कि संस्था होती है। ओपीडी में बिना आपरेशन तथा अन्य तरह की जानकारी दी। काजल निषाद,सुरभी,खुशुबू,रीतिका,विजय लक्ष्मी, लक्ष्मी,शिवानी, स्वाती वर्मा, शिवानी,अनामिका आदि ने बताया। छात्र हर्ष वर्मा ने पशुपालन के बारे में जानकारी दी कि गिरि गाय के बारे में जानकारी दी। दूध अमृत के समान होता है फैट अच्छा होता है।

कृषि उद्योग प्रदर्शनी में छात्राओं ने बताया कि कद्दू जुकीनी,कद्दू,बैंगन एच वन नासु बैगन,लाल मूली लहसुन गन्ना, आंवला आदि के बारे में जानकारी दी।

छात्रा शुभी सिंह ने बताया कि एकीकृत कीट प्रबंधन में केमिकल का उपयोग ना करके आई पीएम के जरिए से कीटों को नष्ट किया जा सकता है।

ऊसर भूमि सुधार छात्र सूरज साहू ने बताया कि जिप्सम का प्रयोग करने गोबर खाद बरसीम ढैंचा लगाने से ऊसर भूमि में सुधार किया जा सकता है। मृदा परिक्षेदिका छात्राओं ने बताया कि मृदा काटने से पांच लेयर दिखाई पड़ते हैं। किसानों की उत्पादन क्षमता की जानकारी मिल जाती है।

प्राकृतिक खेती के बारे में बताया रसायन मुक्त पारम्परिक कृषि पद्धति के बारे में नेहा मौर्या, नमृता सिंह,रुबी वर्मा, हिमांशु पाण्डेय,साक्षी वर्मा ने बताया।

मछली पालन छोटी जगह में अधिक उत्पादन के बारे में मार्तंड वीर सिंह, हिमांशु वर्मा,इशांत सिंह पटेल ने जानकारी दी। कार्यक्रम का उद्घाटन एमएलसी अंगद सिंह ने किया। मेले में किसान यूनियन धर्मेन्द्र गुट प्रदेश उपाध्यक्ष मायाराम यादव किसानों सहित आ करके लगी हुई प्रदर्शनी को देखा और जानकारी हासिल किया।

क्षेत्रीय संभ्रांत लोगों मुकेश सिंह, प्रधान संघ अध्यक्ष प्रदीप सिंह, सन्तोष सिंह, कमलेश वर्मा,रिंकू सिंह , राहुल सिंह, वीरेन्द्र प्रताप सिंह,संजय सिंह, रमेंद्र प्रताप सिंह, उमेश सिंह मण्डल अध्यक्ष विवेक तिवारी ,दीपक तिवारी प्रबंधक प्रांजल सिंह,हरिओम,मनीष कुमार सिंह,अशोक कुमार सिंह,सरिता तिवारी, अभिषेक कुमार प्रवक्ता कृषि संकाय सहित काफी संख्या में विद्यालय के छात्र छात्राओं और उनके गार्जियंस मौजूद थे।

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