जिलाधिकारी ने बीएसए कार्यालय और CHC परसेंडी का औचक निरीक्षण, लापरवाही पर ताबड़तोड़ कार्रवाई — कई कर्मचारियों का वेतन रोका, चेतावनी भी जारी
धारा लक्ष्य समाचार
सीतापुर संवाददाता शफीक अहमद
सीतापुर। जिलाधिकारी डॉ. राजागणपति आर. ने मंगलवार और रविवार की देर रात दो अलग-अलग विभागों—बेसिक शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग—में औचक निरीक्षण करके व्यवस्थाओं की वास्तविक स्थिति का जायज़ा लिया। निरीक्षण के दौरान कई गंभीर खामियां मिलने पर डीएम ने तत्काल सख्त कार्रवाई करते हुए संबंधित कर्मचारियों को नोटिस, प्रतिकूल प्रविष्टि तथा वेतन कटौती जैसे कड़े निर्देश जारी किए।
बीएसए कार्यालय में अव्यवस्था पर नाराजगी, कई सुधारात्मक निर्देश
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) कार्यालय के निरीक्षण के दौरान डीएम ने जन सूचना अधिकारी कक्ष, बीएसए कक्ष, एमडीएम कक्ष, कार्यवाही पटल, आईजीआरएस पटल, प्रधान सहायक कक्ष, डाक डिस्पैच कक्ष व अवकाश तालिका कक्ष की व्यवस्था देखी।
निरीक्षण में लिपिक राम सहारे द्वारा सूचना का अधिकार (RTI) रजिस्टर अद्यतन न पाए जाने पर डीएम ने प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज करने और कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए।
निलंबित शिक्षकों की फाइलें तीन माह में निस्तारित करने का आदेश
निलंबित शिक्षकों से संबंधित रजिस्टर की जांच में देरी पाई गई, जिस पर जिलाधिकारी ने सभी फाइलों का अधिकतम तीन माह के भीतर निस्तारण अनिवार्य बताया। समयसीमा पालन न होने पर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी।
कार्यालय में गंदगी पर सख्त नाराजगी
कार्यालय परिसर में साफ-सफाई न मिलने पर डीएम ने कड़ी नाराजगी जताते हुए बीएसए को तत्काल सफाई कराने के निर्देश दिए।
अनुपस्थित लिपिक पर कार्रवाई
आईजीआरएस पटल पर लिपिक दिलीप त्रिवेदी अनुपस्थित पाए गए, जिस पर एक दिन का वेतन रोकने और अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए गए। साथ ही आईजीआरएस कक्ष में भी सीसीटीवी लगाने के आदेश दिए।
लंबित फाइलों के निस्तारण का निर्देश
प्रधान सहायक कक्ष में डीएम ने जीपीएफ, सेवा पुस्तिकाएं, वेतन वृद्धि और मान्यता संबंधी लगभग 3 माह 20 दिन से लंबित फाइलों पर नाराजगी जताई और सभी फाइलों को शीघ्र निस्तारित करने का निर्देश दिया।
CHC परसेंडी में रात में छापा, स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
रविवार रात जिलाधिकारी ने CHC परसेंडी का औचक निरीक्षण कर अस्पताल की विभिन्न व्यवस्थाओं—इमरजेंसी वार्ड, लेबर रूम, एनबीएसयू, मातृ सुरक्षा केंद्र और सीसीटीवी सिस्टम—का गहन परीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान कई कर्मचारी ड्यूटी से अनुपस्थित मिले, जिनका एक दिन का वेतन रोकने का आदेश दिया गया।
चिकित्सक सुनील द्वारा मातृ सुरक्षा केंद्र संचालित न किए जाने पर उनके एक दिन का वेतन रोका गया और नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।
बीपीएम का रजिस्टर अद्यतन न मिलने पर डीएम ने सबसे कड़ी कार्रवाई करते हुए 15 दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए।
नर्स ड्यूटी कक्ष में उन्होंने निर्देश दिया कि ड्यूटी चार्ट दीवार पर प्रदर्शित किया जाए, ताकि रोस्टर स्पष्ट रहे और लापरवाही रोकी जा सके।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं — डीएम
जिलाधिकारी ने दोनों निरीक्षणों में स्पष्ट कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी जनसेवा से जुड़ी व्यवस्थाओं में लापरवाही किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं की जाएगी।
उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि फाइलें लंबित रखने, रजिस्टर अद्यतन न करने और ड्यूटी में लापरवाही पर आगे भी कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।
दोनों विभागों में डीएम के इस औचक निरीक्षण से कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में जिले के अन्य कार्यालयों और स्वास्थ्य संस्थानों में भी ऐसे निरीक्षण तेज किए जाएंगे।
