भीषण गर्मी और लू के चलते परिषदीय विद्यालयों में किया जाए साढ़े सात बजे से बारह बजे तक का समय

 

 

शिक्षकों को तपती धूप और लू में करना पड़ता है पैदल,बाईक व सवारी गाड़ी से पचासों किलोमीटर से अधिक दूरी का सफ़र

धारा लक्ष्य समाचार

बाराबंकी। ( ) जहां एक ओर सरकारी तंत्र द्वारा भीषण गर्मी और तेज़ लू से बचाव के तमाम टिप्स दिए जा रहे हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में पढ़ने वाले परिषदीय विद्यालयों के बच्चों तथा शिक्षकों को प्रतिदिन इन दिक्कतों से सामना करना पड़ रहा है।

भीषण में बिना पंख के विद्यालय में एकत्रित हो रहे बच्चे बेहाल

कोरोना काल के समय घर बैठे शिक्षकों को ऑनलाइन आठ बजे से दो बजे तक पढ़ाने के आदेश किए गए थे। जबकि कोरोना काल समाप्त होने के बाद पुनः विद्यालयों का संचालन होने पर पूर्व की भांति आठ से एक बजे तक या सात बजे से बारह बजे तक का समय नहीं किया गया।तब से आज तक परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों और बच्चों को अन्य सभी बोर्डों की तुलना में सबसे अधिक समय देना पड़ रहा है।

जबकि यह भी सभी भलीभांति जानते हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में विद्यालय के समय में कितने घंटे बिजली रहती है। हालांकि इस बाबत तमाम शिक्षक नेताओं का कहना है

गर्मी से बेहाल छोटे-छोटे नौनिहाल

 ज़िला स्तर से लेकर शासन स्तर तक विद्यालय का समय पहले जैसा सात बजे से बारह बजे तक किए जाने के लिए गुहार लगाई जा चुकी है।

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