1एनआरआई से ठगी के मामले में 02 क्राईम ब्रांच इंदौर की कार्यवाही में गिरफ्तार 3.गिरफ्तारशुदा आरोपी है सगे भाई बहन
4.आरोपी विशाल को किया अहमदाबाद से गिरफ्तार जबकि आरोपिया सिमरन इंदौर से हुई गिरफ्तार।
5.आरोपियों ने मेट्रोमोनियल वेबसाइट पर इंस्टाग्राम की मॉडल गर्ल के फोटो डालकर बनाई थी फर्जी आईडी।
6.फरियादी के साथ की गई है 2 करोड़ 68 लाख रुपए की ठगी।
7.आरोपियों का पुलिस रिमांड लिया गया, पूछताछ जारी ।
घटना का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि मूलतः आंध्र प्रदेश के रहने वाले वेंकट कलगा नामक युवक जो वर्तमान में अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना में नौकरी करते हैं.

पुलिस द्वारा किया गया बड़ा खुलासा
व एनआरआई हैं, उनके द्वारा शिकायत की गई थी कि भारत मेट्रोमोनियल साइट पर अज्ञात व्यक्तियों ने इंस्टाग्राम मॉडल गर्ल के फोटो अपलोड कर प्रोफाइल बनाकर फरियादी के साथ वैवाहिक रिश्ते के लिए बातचीत की तथा बातचीत के दौरान मोबाइल नंबर शेयर करके व्हाट्सएप के जरिए.
चैटिंग एवं कॉल पर बातचीत करते हुए फरियादी को भरोसे में लेकर उससे विभिन्न किस्तों में बहाने बनाकर रुपए प्राप्त कर लिए जो राशि लगभग 2 करोड़ 68 लाख रुपए है।
शिकायत की जांच के दौरान पाया गया कि आरोपी सिमरन जेसवानी पति लव माखिजानी उम्र 27 वर्ष निवासी इंदौर के द्वारा मार्च 2023 में मेट्रोमोनियल वेबसाइट पर एक इंस्टाग्राम की मॉडल युवती के फोटो को कॉपी कर अपलोड कर प्रोफाइल बनाई गई.
तथा उसे प्रोफाइल पर वैवाहिक प्रस्ताव के चलते वेंकट कालगा नामक फरियादी से चैटिंग की गई और मोबाइल नंबर लेकर व्हाट्सएप के जरिए भी चैटिंग करते हुए स्वयं को बरखा जैसबानी बताते हुँए विवाह के संबंध में बातचीत की गई
बाद आरोपिया सिमरन व उसके भाई विशाल द्वारा लगातार पृथक पृथक बहाने जैसे बरखा की बीमारी के नाम पर और अमेरिका आने के लिए तथा घर की परेशानियों का हवाला देकर फरियादी से विभिन्न किस्तों में ऑनलाइन अपने खातों तथा परिजनो के खातों में अप्रैल 2023 से जून 2024 की मध्यावधि में 2,68,64,481/- की धनराशि प्राप्त कर ली गई ।
- जांच पर से आरोपी विशाल एवं आरोपीय सिमरन के विरुद्ध थाना अपराध शाखा जिला इंदौर में अपराध क्रमांक 71/ 25 धारा 419, 420, 34 भारतीय दंड संहिता के तहत पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया
- जिसमें आरोपी विशाल जेसवानी को अहमदाबाद से तथा आरोपीय सिमरन जेसबानी को इंदौर से गिरफ्तार किया गया है। आरंभिक पूछताछ में आरोपियों ने ठगी के इन पैसों से स्वयं की देनदारी चुकाना, चार पहिया वाहनों की खरीदी एवं स्वयं व्यापारिक प्रतिष्ठानों के कार्यों में खर्च करना बताया। आरोपीगण का रिमाण्ड प्राप्त कर अग्रिम पुछताछ जारी है ।
