अपने जवाबदेही से आखिर क्यों भाग रहे अधिकारी सवालो के घेरे में वित्तीय पारदर्शिता
धारा लक्ष्य समाचार (बस्ती मण्डल) संवाददाता अमरमणि मिश्रा
बस्ती–जनपद में भष्ट अधिकारियों की मनमानी से भ्रष्ट्राचार अपनी चरम सीमाओं को तो पार कर रही है साथ ही साथ योगी सरकार के जीरो टारलेंस नीतियों से खिलवाड़ कर भाजपा सरकार की छवि को धूमिल करने मे आमदा है, विकास खण्ड सल्टौआ के अन्तर्गत ग्राम पंचायत तेंनुआ में एक ही समय पर दो स्थानों से मजदूरी का भुगतान प्राप्त हो रहा है! प्राप्त समाचार के अनुसार विकास खंड सल्टौआ के खण्ड विकास अधिकारी फर्जी भुगतान करने कराने में माहिर दिखाई पड़ रहे है जिस प्रकार ग्राम पंचायत तेनुआ में खुलेआम भष्ट्राचार हुआ है! हकीकत जानने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी सरकार द्वरा संचालित योजनाओं को धूमिल करने में सफल हो रहे है!
ग्राम पंचायत तेनुआ में तैनात अधिकारी-कर्मचारियों को जनता के टेक्स के पैसों से सरकार द्वारा जारी किए गए वेतन लेने में केवल सक्षम दिखाई पड़ रहे हैं जिस प्रकार से ग्राम पंचायत तेनुआ में भष्ट्राचार हुआ है हकीकत जानने के बाद भी कार्यवाही ना होना आम जनता में चर्चाओ का बजार गर्म है ग्राम पंचायत तेनुआ के ग्राम प्रधान और जिम्मेदारों की संलिप्तता के बलबूते नियम कानून को खुलेआम रौंदते हुए अपने ही जनता के साथ खिलवाड़ तो कर ही रहे और वित्तीय पारदर्शिता को धूमिल कर रहे है!

सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों के विकास के लिए नियमावली है जिसमें समितियों के गठन और उनके कार्यों का उल्लेख किया गया है कि समितियों में नियोजन एवं विकास समिति, शिक्षा समिति, निर्माण कार्य समिति, स्वास्थ्य एवं कल्याण समिति, प्रशासनिक समिति, और जल प्रबंधन समितियों के कार्यों में ग्राम विकास की योजना बनाना, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी करना, निर्माण कार्यों की देखरेख करना, और जल प्रबंधन की व्यवस्था करना शामिल है!अपितु विकासखंड सल्टौआ के ग्राम पंचायत तेंनुआ में ग्राम प्रधान के साथ सरकारी नुमाइंदे भी जनता के धन को लूटने में जरा सा भी चूक नही कर रहे है!
पंचायत तेनुआ में भोखरी में खड़ंजा मरम्मत कार्य में जिस मजदूर ने 01/03/2022 से 31/03/2022 तक काम किया उसी को फर्जी मजदूरी भोखरी में त्रिवेणी के बोरिंग से बाग तक सीसी रोड निर्माण कार्य में 22/03/2022 से 28/03/2022 तक काम करते हुऐ दिखाकर फर्जी भुगतान किया गया है दो साइड पर एक ही समय पर फर्जी तरीके से किये गये भुगतानों की जांच के विषयों पर मौन स्वीकृत अधिकारी की ज़िम्मेदारी के प्रति ईमानदारी खुद बयां कर रही है!
इतना बड़े भ्रष्टचार का प्रकरण होने के बाद भी नही हुई कार्रवाई अब उम्मीदें नौगवत तेजतर्रार मुख्य विकास अधिकारी पर टिकी हुई है!
