ऑटो रिक्शा में बैठने वाले सवारी का जीवन क्या सुरच्छित है ? कौन है ज़िमेदार

धारा लक्ष्य समाचार
आवंकित श्रीवास्तव बहराइच ऑटो एवं ई-रिक्शा में क्षमता से अधिक सवारियां बैठाया जा रहा हैं। ऐसे हालात में इन वाहनों को चालको द्वारा अपनी मनमर्जी से रोक कर सवारियों को चढ़ाया और उतारा जा रहा है। यातायात नियमों की अनदेखी कर चलाया जा रहे इन वाहनों से आए दिन दुर्घटनाएं घटित होने के बाद भी हालत में सुधार नहीं आया है। वही चालाको द्वारा सवारी को बैठाने को लेकर आपस में भी रोज विवाद की स्थिति बन रही है।

दरअसल ऑटो और ई रिक्शा में निर्धारित क्षमता अनुसार कम सवारियां बैठाई जा सकती हैं।”लेकिन ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में क्षमता से अधिक सवारियां बैठाई जा रही है। चालक पूरी तरह से मनमानी कर रहे हैं। ज्यादा सवारियां लाद कर उन्हें फराटे भरते हुए दौड़ा रहे है। इस प्रकार की ओवरलोड वाहन कई बार संतुलन खोकर उलट पलट हो चुके हैं और इनमें सवार लोग घायल हो चुके हैं।

इसके बाद भी ऑटो और ईरिक्शा चालकों की मनमानी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। इन वाहनों में चार सवारी को बैठाया जा सकता है लेकिन चालक मन माने ढंग से 6 से 7सवारियां बैठाई जा रही हैं। खास बात यह है कि इन वाहनों में से कई ऐसे वाहन है जिन पर परमिट तक नहीं है ना ही परमिट लिया गया है।ये रिक्सा भी शहर के अति ब्यस्त चौराहे गुरु नानक चौक घंटाघर आदि जगह से निकलते है जहाँ 24 घंटे पुलिस का पहरा रहता है अब देखना ये है ।

कब प्रशासन की नज़र इन चालाको पर पड़ेगी और दुर्घटनाओ पर रोक लगेगी

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