“कि भविष्य में मैं कभी भी आतंकवाद के समर्थकों, देशविरोधी तत्वों और हिन्दू सनातन विरोधी व्यक्तियों या संगठनों को न तो व्यापार दूंगा, न आर्थिक सहयोग करूंगा, न ही उनसे कोई पेशेवर या सामाजिक संबंध रखूंगा, जय हिन्द”
अब समय आ गया है कि हम हर देश-विरोधी, आम जनता को भड़काने गुमराह करने वाली भ्रमित राजनीति एवं नेताओं और सनातन धर्म-विरोधी विचारधारा को आर्थिक रूप से निष्क्रिय करें।—–राष्ट्रवादी चिंतक राजेश खुराना
“जहां समर्थन नहीं, सजगता और सावधानी चलेगी जहां हमारा राष्ट्र पहले, और बाकी सब बाद में, अभियान का उद्देश्य: आर्थिक बहिष्कार से राष्ट्रविरोध पर प्रहार। —-राष्ट्रवादी चिंतक राजेश खुराना
आगरा, संजय साग़र सिंह। राष्ट्रवादी चिंतक राजेश खुराना के द्वारा एक नई राष्ट्रवादी पहल की शुरुआत करते हुए संपूर्ण सनातन समाज से एक ऐतिहासिक शपथ अभियान में भाग लेने का आह्वान किया गया है। यह शपथ सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि उस आंतरिक जागरूकता और राष्ट्रीय उत्तरदायित्व की पुकार है, जिसकी देश को आज अत्यंत आवश्यकता है।
अभियान का उद्देश्य: आर्थिक बहिष्कार से राष्ट्रविरोध पर प्रहार ——राष्ट्रवादी चिंतक राजेश खुराना
उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी आतंकी सोच को कमजोर करने का सबसे प्रभावी तरीका उसकी जड़ों पर चोट करना है, और आज वह चोट “अर्थव्यवस्था” के माध्यम से दी जा रही है – हमारे ही पैसों से, हमारे ही विरोधियों को ताकत मिल रही है। अब समय आ गया है कि हम हर देश-विरोधी, भीतरघाती, घर के भेदियों और सनातन धर्म-विरोधी विचारधारा को आर्थिक रूप से निष्क्रिय करें। इसके लिए उन्होंने “नाम पूछो, सोच समझो, और समर्थन वापस लो” जैसी नीति अपनाने की सलाह दी है।
“मैं राष्ट्रवादी हूं, मैं शपथ लेता हूं…”

“मैं, राष्ट्रवादी राजेश खुराना देशहित में आज़ , यह शपथ लेता हूं कि भविष्य में मैं कभी भी आतंकवाद के समर्थकों, देशविरोधी तत्वों और हिन्दू सनातन विरोधी व्यक्तियों या संगठनों को न तो व्यापार दूंगा, न आर्थिक सहयोग करूंगा, न ही उनसे कोई पेशेवर या सामाजिक संबंध रखूंगा, जय हिन्द। यह शपथ केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक संगठित राष्ट्रवादी सोच का आधार है – जहां नागरिक केवल वोट ही नहीं, बल्कि अपने पैसे और क्रियाशीलता से भी देशहित में निर्णय लें।”
सभी सनातनियों से आह्वान: देशहित में, आज से ही शुरुआत करें——राष्ट्रवादी चिंतक राजेश खुराना
श्री खुराना ने भारत के कोने-कोने में बसे सभी सनातन धर्म प्रेमियों, राष्ट्रभक्त नागरिकों और युवाओं से यह अपील की है कि—आज से ही यह शपथ लें अपने व्यापार, सेवाएं और संसाधन केवल राष्ट्रहित और धर्महित में ही प्रयोग करें। देशहित में, अब हर देश-विरोधी, आम जनता को भड़काने, गुमराह करने वाली भ्रमित राजनीति एवं नेताओं और सनातन धर्म-विरोधी विचारधारा एवं राष्ट्रविरोधी तत्वों का शांतिपूर्ण, संगठित और प्रभावशाली बहिष्कार शुरू करें। सोशल मीडिया और समाज में इस मुहिम को फैलाएं – #राष्ट्रवादी_शपथ #सनातन_संकल्प
यह सिर्फ शपथ नहीं – यह आंदोलन है।——राष्ट्रवादी चिंतक राजेश खुराना
उन्होंने इसे केवल एक प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि एक सक्रिय राष्ट्रनिर्माण की प्रक्रिया बताया है। यह अभियान भारत के प्रत्येक घर, दुकान, दफ्तर और सोच तक पहुंचने के लिए प्रारंभ किया गया है।
आखिर में उन्होंने कहा,“अब समय है – “जहां नारा नहीं, निर्णय बदलेंगे। जहां समर्थन नहीं, सजगता और सावधानी चलेगी जहां राष्ट्र पहले, और बाकी सब बाद में, अभियान का उद्देश्य: आर्थिक बहिष्कार से राष्ट्रविरोध पर प्रहार हैं। जहां हमारा राष्ट्र सबसे पहले, और बाकी सब बाद में।”जय हिन्द”
