धारा लक्ष्य समाचार श्रवण कुमार सिंह
लखीमपुर (खीरी)।खत्री वूमेंस फाउंडेशन ने लखीमपुर के कंपनी बाग स्तिथि स्वाद एक्सप्रेस में मातृ दिवस के अवसर पर एक भावपूर्ण आयोजन किया, जहां समाज की मातृशक्तियां सजीव प्रेरणा बनकर उभरीं।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ, जैसे अंधेरे में आशा की लौ। इसके बाद मंच पर जब एक के बाद एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां हुईं, तो पूरा सभागार मानो रस की अविरल धारा में बह निकला। रजनी टंडन और रुचिका टंडन अग्रवाल की लयबद्ध थिरकन ने नृत्य के माध्यम से नारी शक्ति के सौंदर्य और सामर्थ्य का अद्भुत प्रदर्शन किया।
किन्तु इस आयोजन का सबसे हृदयस्पर्शी क्षण वह था, जब भारतीय सेना में देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे जवान प्रियंक पुरी की माता प्रीति पुरी को मंच पर सम्मानित किया गया। उनकी आंखों में गर्व की नमी थी, और चेहरे पर अडिग विश्वास। संस्था ने नारीत्व के उस रूप को सम्मानित किया,।

जो अपने हृदय के टुकड़े को मातृभूमि की सेवा में अर्पित करने का साहस रखती है। संस्थाध्यक्ष प्रीति कपूर ने अपने भावपूर्ण उद्बोधन में नारी की शक्ति, संवेदना और उसकी प्रेरक भूमिका को उजागर करते हुए मातृत्व की महिमा को नमन किया।
साथ ही उपाध्यक्ष साधिका कपूर, सचिव शिखा धवन, कोषाध्यक्ष सपना मेहरोत्रा, संपादक रूपाली महेंद्रा और रेनू धवन सहित कई पदाधिकारियों ने समाज की महिलाओं को सशक्त और सजग बनने का संदेश दिया। इस विशेष दिन पर जब मां के होने का पर्व मनाया जा रहा था, वहां उपस्थित हर आंख श्रद्धा से झुक रही थी और हर हृदय मातृशक्ति के लिए कृतज्ञता से भर उठा था।
पूर्वाध्यक्ष ऋचा शेखर, अमृता मेहरोत्रा, पूजा पुरी, उमा खन्ना सहित खत्री समाज की अनेकों माताएं इस आयोजन की गरिमा बनकर उपस्थित रहीं। कुलमिलाकर यह आयोजन सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक संदेश था कि एक मां सिर्फ परिवार की नहीं, राष्ट्र की भी धुरी होती है। और जब समाज उसे उसकी भूमिका का सम्मान देता है, तो भविष्य उज्जवल हो उठता है।
कार्यक्रम का संचालन नूपुर महेंद्रा ने किया व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रथम पुरस्कार नेहा पुरी, द्वितीय पुरस्कार श्वेता मेहरोत्रा, तृतीय पुरस्कार कोपल धवन को दिया गया, पुरस्कारों का चयन लेखनी सेठ के द्वारा किया गया।
