New delhi: भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत, अमेरिका ने टीआरएफ को घोषित किया आतंकी संगठन

धारा लक्ष्य समाचार पत्र

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर कायराना हमला करने वाले पाकिस्तान पोषित आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) को आखिरकार अमेरिका ने एक विदेशी आतंकी संगठन घोषित कर दिया है। टीआरएफ की गतिविधियों को लेकर वैश्विक समुदाय को सतर्क करने में जुटी भारत सरकार की यह सफल कूटनीति साबित हुई है।

इसलिए अब भारत ने अमेरिका के इस कदम का स्वागत करते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की सराहना की है।

विदेश मंत्रालय ने 18 जुलाई को एक बयान में कहा भारत सरकार, अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा टीआरएफ को एक विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) और एक विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (एसडीजीटी) के रूप में नामित करने के निर्णय का स्वागत करती है। हम इस संबंध में विदेश मंत्री मार्को रुबियो के नेतृत्व की सराहना करते हैं।

पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का एक प्रॉक्सी, टीआरएफ 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में नागरिकों पर हुए जघन्य हमले सहित कई आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहा है, जिसकी जिम्मेदारी इसने दो बार ली है।

मंत्रालय ने कहा भारत ने आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई और आतंकवादी ढांचे को ध्वस्त करने में वैश्विक सहयोग की आवश्यकता पर लगातार जोर दिया है। टीआरएफ को नामित करना एक समयोचित और महत्वपूर्ण कदम है, जो आतंकवाद-निरोध पर भारत और अमेरिका के बीच गहन सहयोग को दर्शाता है। भारत आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति के प्रति प्रतिबद्ध है और यह सुनिश्चित करने के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगा कि आतंकवादी संगठनों और उनके समर्थकों को जवाबदेह ठहराया जाए।

अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो ने इस कदम को भारत के साथ अमेरिका के रणनीतिक सहयोग का प्रतीक बताते हुए कहा टीआरएफ को आतंकी संगठन घोषित करना ट्रंप प्रशासन की राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और पहलगाम हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

अमेरिका के इस कदम पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ‘एक्स’ पर लिखा ये भारत-अमेरिका आतंकवाद-रोधी सहयोग की एक मजबूत पुष्टि है। एलईटी के एक प्रॉक्सी टीआरएफ को एफटीओ और एसडीजीटी के रूप में नामित करने के लिए विदेश मंत्री मार्को रुबियो और अमेरिकी विदेश विभाग की सराहना करता हूं। इस संगठन ने 22 अप्रैल के पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी। आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस।

(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

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