:-गांव कण्डेला की चौपाल में आयोजित पंचायत में ग्रामीणों ने लिया निर्णय
:-विगत गुरुवार को औद्योगिक क्षेत्र में युवती के साथ में अभद्रता व मारपीट के मामले ने पकड़ा तूल
धारा लक्ष्य समाचार सलीम चौधरी
कैराना। तीन दिन पूर्व क्षेत्र की युवती के साथ में औद्योगिक क्षेत्र में हुई अभद्रता व मारपीट की घटना ने तूल पकड़ लिया है। गांव कण्डेला में ग्रामीणों ने पंचायत करके औद्योगिक क्षेत्र में चल रहे वेश्यावृत्ति के अड्डों पर कार्यवाही की मांग को लेकर एसपी से मिलने का निर्णय लिया है। साथ ही, इनके खिलाफ सख्त कार्यवाही न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
विगत गुरुवार को औद्योगिक क्षेत्र में क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती के साथ में छेड़छाड़ की गई थी। विरोध करने पर युवती व उसके भाई के साथ में मारपीट भी की गई थी। घटना के विरोध में ग्रामीणों ने मौके पर धरना-प्रदर्शन करते हुए जमकर हंगामा किया था। औद्योगिक क्षेत्र में एक कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व भाजपा सांसद प्रदीप चौधरी ने धरना दे रहे ग्रामीणों के बीच पहुंचकर आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही कराने की बात कही थी।
कोतवाली पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज करके आदर्शमण्डी थानाक्षेत्र के गांव सेहटा निवासी पवन नामक आरोपी को अगले दिन जेल भेज दिया था। हालांकि पुलिस की कार्यवाही से ग्रामीण पूरी तरह संतुष्ट नजर नही आ रहे है। इसी मुद्दे को लेकर रविवार को गांव कण्डेला के सचिवालय भवन में ग्रामीणों की पंचायत हुई, जिसमें कण्डेला के अलावा, हिंगोखेड़ी, शेखूपुरा व जगनपुर के ग्रामीणों ने भाग लिया। पंचायत में ग्रामीणों ने तीन दिन पूर्व युवती के साथ में घटित घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने एक सुर में कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में वेश्यावृत्ति के कई अड्डे संचालित हो रहे है, जिनसे क्षेत्र का माहौल खराब हो रहा है।
पुलिस-प्रशासन इन अड्डों के संचालन पर रोक लगाने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। पंचायत में निर्णय लिया गया कि ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही एसपी शामली से मिलकर इन अड्डों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करेगा। यदि इसके बाद भी पुलिस-प्रशासन कार्यवाही नही करता है।
तो ग्रामीण इन अवैध अड्डों के खिलाफ आंदोलन करेंगे। पंचायत में जगपाल प्रधान, एडवोकेट प्रेम चौहान, मास्टर अवनीश चौहान, मिंटू प्रधान, शीशपाल प्रधान, सूरज चौहान, रूपेश चौहान, विश्वास चौहान, राजकुमार चौहान, मोहित चौहान, नरेश चौहान, विकास चौहान आदि ग्रामीण मौजूद रहे।
