मीर नाजिम हुसैन इमामबारगाह में मजलिस में मौलाना अशरफ अली गर्वी ने किया संबोधित

धारा लक्ष्य समाचार विनय कुमार

बलरामपुर ब्यूरो चीफ  शनिवार रात्रि उतरौला में रफी नगर स्थित इमामबारगाह मीर नाजिम हुसैन साहब में स्वर्गीय मास्टर अमीर हैदर की पुण्यतिथि (बरसी) के अवसर पर एक श्रद्धांजलि मजलिस का आयोजन श्रद्धा एवं धार्मिक भावना के साथ किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नगरवासियों और शिया समुदाय के लोगों ने भाग लिया।

मजलिस का शुभारंभ पेशख्वानी के साथ हुआ, जिसमें अली अब्बास, मोहसिन रिज़वी एवं सलमान रिज़वी ने मारसिया और सलाम पढ़कर माहौल को गमगीन बना दिया। इसके पश्चात मजलिस को संबोधित करते हुए प्रख्यात धर्मगुरु मौलाना अशरफ अली गर्वी ने स्वर्गीय मास्टर अमीर हैदर की जीवनी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मास्टर साहब न सिर्फ एक नेकदिल इंसान थे, बल्कि समाज सेवा और शिक्षा के क्षेत्र में भी उनका योगदान स्मरणीय है।

मौलाना ने मजलिस के माध्यम से हजरत इमाम हुसैन अ.स. की कुर्बानी और इंसानियत के पैगाम पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि बरसी की मजलिसें सिर्फ किसी दिवंगत आत्मा की याद में नहीं होतीं, बल्कि यह हमारी परंपरा, संस्कृति और आध्यात्मिक चेतना को संजोने का माध्यम भी होती हैं।

मजलिस का आयोजन स्वर्गीय मास्टर अमीर हैदर की स्मृति में उनके पुत्रों द्वारा किया गया था, जिन्होंने पूरे श्रद्धा भाव से मेहमानों की मेज़बानी की और कार्यक्रम को सफल बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई।  कार्यक्रम के समापन पर दिवंगत आत्मा की मगफिरत के लिए विशेष दुआ की गई।

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