बाराबंकी जनपद के कस्बा इचौली में मुहम्मद अनीस अंसारी के साहबजादे मौलाना फखरे आलम अहसनी के दस्तार, इफ्ता का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्त धर्मगुरु पीरे तरीक़त रहबरे शरीयत हज़रत जमाल मीना शाह गोण्डा की सरपरस्ती में दस्तार का आयोजन हुआ। मौलाना मुफ्ती मुश्ताक अहमद अमजदी नासिक मुंबई ने लोगों को अपने संबोधन के दौरान धार्मिक ज्ञान और शिक्षा के महत्व को समझाया।
इससे पहले मौलाना मुफ्ती फखरे आलम अहसनी के सिर पर दस्तार बांधने की रस्म तमाम आलिमों व मशाइखों के पवित्र हाथों से अदा की गई। इसकी शुरुआत कारी रिजवान श्रावस्ती और कारी नदीम सालार लखनवी के निर्देशन में मुफ्ती हिलाल साहब की तिलावत से हुई, कारी नाजिम फैजाबादी ने नात पेश की।

इस अवसर पर मौलाना अनीस, मौलाना अलाउद्दीन, मौलाना जिया-उर-रजा, कारी हसनैन रज़ा हशमती, मौलाना अयाज, हाफिज अकील, कारी ताहिर और एडवोकेट फराज अहमद, मुहम्मद आरिफ मियां , हाफिज मुहम्मद जीशान, हाफिज अब्दुल मुजीब, हाफिज शमशेर, ललन खान, हाफ़िज़ नूर आलम और मेराज खान तथा सैकड़ों सुन्नी मुस्लिम मौजूद रहे।
