धारा लक्ष्य समाचार उत्तराखंड रिपोर्ट अरुण कुमार
रुड़की। उत्तराखंड ft खंड विकास कार्यालय रुड़की की बिल्डिंग के पीछे खड़े पीपल के पेड़ कटने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। ब्लॉक के अधिकारियों में इसे लेकर हड़कंप मचा हुआ है। शिकायत के बाद वन विभाग ने मामले में पीपल के पेड़ का केस काट दिया है।दरअसल रुड़की ब्लॉक कार्यालय की बिल्डिंग के पीछे बेहद प्राचीन पीपल का पेड़ खड़ा था
, जिस पर वन माफियाओं ने हाथ साफ कर दिया। लेकिन पेड़ कटने की भनक ब्लॉक कर्मचारियों को ज़रा भी नहीं लगी। अब प्रभारी खंड विकास अधिकारी के के कांडपाल द्वारा जहां गंगनहर कोतवाली पुलिस को इस बाबत तहरीर दी गई है, तो वहीं युवा कल्याण विभाग के कार्यालय से भी जवाब तलब किया गया है।बड़ा सवाल यह है कि कार्यालय समय में पेड़ कटने की जानकारी भी किसी कर्मचारी को आखिर क्यों नहीं लगी।दरअसल बीती 16 अप्रैल को ब्लॉक से पीपल का बेशकीमती पेड़ कटा है, लेकिन अभी तक भी पेड़ काटने वाले तक पुलिस या ब्लॉक अधिकारी नहीं पहुंच पाए हैं।

सूत्रों के मुताबिक पेड़ को कटवाने में किस कर्मचारी की भूमिका हो सकती है, अधिकारी इसकी भी जानकारी जुटा रहे हैं। गौरतलब है कि पीपल के पेड़ को काटने के मामले में वन विभाग ने केस काट दिया है।
वहीं इस बाबत प्रभारी खंड विकास अधिकारी के के कडपाल ने कहा कि पीपल के पेड़ काटने का मामला बेहद गंभीर है, जिसकी रिपोर्ट गंगनहर कोतवाली में की गई है। वहीं युवा कल्याण विभाग का कार्यालय भी वहीं पर है, उनसे भी जानकारी जुटाई जा रही है।
