धारा लक्ष्य समाचार सहारनपुर रामपुर मनिहारान-कोतवाली पुलिस ने विक्रांत फौजी हत्याकांड के मुख्य आरोपी सूरज फौजी को गिरफ्तार कर निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल किया गया अवैध तमंचा व कारतूस बरामद किया है।
गौरतलब है कि करीब 26 दिन पूर्व विक्रांत फौजी की तीन गोलियां मारकर हत्या की गई थी। मृतक फौजी के चाचा की तहरीर पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी। पुलिस जांच में अंकुश पुत्र विजयपाल, सूरज उर्फ भूरा पुत्र राजपाल व विशाल पुत्र ओम प्रकाश निवासी गांव रगड़ामाजरा थाना छछरौली यमुनानगर हरियाणा के नाम प्रकाश में आए थे।
पुलिस ने आरोपी घटना में शामिल एक आरोपी अंकुश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं घटना का मुख्य आरोपी सूरज उर्फ भूरा फौजी घटना के बाद से फरार था। पुलिस ने आरोपी सूरज फौजी को शनिवार को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल किया गया एक अवैध तमंचा, जिंदा व खोखा कारतूस बरामद किया है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 2020 में विक्रांत फौजी व कपिल का झगड़ा हो गया था। जिसके सुलह समझौते के लिए दोनों पक्ष गांव के ही देवेंद्र के पास एक बाग में इकट्ठा हुए थे। जिसमें विक्रांत फौजी सूरज के भाई रजत को भी अपने साथ ले गया था।फैसले की बातचीत के दौरान ही दोनों पक्षों में फिर से झगड़ा हो गया था।
जिसमें रजत को देवेंद्र व उसके साथियों ने चाकू मार कर घायल कर दिया था। इलाज के दौरान रजत की मौत हो गई थी। घटना के बाद देवेंद्र व उसके साथी जेल चले गए थे। विक्रांत फौजी उस मुकदमे का मुख्य गवाह था। कुछ महीने पहले ही मुख्य आरोपी देवेंद्र जेल से जमानत पर छूट कर आया था। सूरज के मुताबिक देवेंद्र व विक्रांत फौजी की नजदीकियां बढ़ने लगी थी। जो सूरज को चुभने लगी थी। सूरज ने विक्रांत से बदला लेने के लिए गांव के ही अंकुश व अपने एक साथी के साथ मिलकर विक्रांत को गांव के बाहर खेतों में चक रोड पर गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने पकड़े गए आरोपी को आवश्यक कार्रवाई के बाद न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया।