स्कूल संचालक ने खुद की किया फर्जी स्कूल को सरेंडर
उरई।बीते कई दिनों से अखबारो की सुर्खियां बना बिना मान्यता का स्कूल उमाशंकर पब्लिक स्कूल आखिरकार बेसिक शिक्षा अधिकारी के कड़े रूख और कड़ी कार्रवाई के चलते बंद हो गया।मानकों को पूरा करने ऒर मान्यता संबंधी सभी प्रपत्रो को पूरा करने का स्कूल संचालक ने आस्वासन लिखित रूप से देकर स्कूल में ताला डाल दिया
बताते चले कि कुछ दिनों पहले बंबी रोड पर उमाशंकर पब्लिक स्कूल को जोर शोर से उद्घाटन हुआ था ।शासन की मंशा और निर्देशो को धता बताते हुए उमाशंकर पब्लिक स्कूल के संचालक ने स्कूल तो खोल लिया लेकिन न ही मान्यता संबंधी प्रपत्र तैयार कराए ओर न ही मानकों को पूरा किया।

कुकुरमुत्तों की तरह खुले स्कूलों को लेकर मीडिया में आम जनमानस को जागरूक करने के लिए की ऐसे विधालयो में अभिभाक अपने बच्चों को न भेजे जिनके पास न ही मान्यता है और न ही मानक पूरे करते है।ऐसी खबर प्रकाशित को गई।फर्जी ओर बिना मान्यता के चल रहे उमाशंकर पब्लिक स्कूल पर शिक्षा विभाग की नजर टिक गए।17 अप्रैल को नगर शिक्षा अधिकारी ने मान्यता संबंधी प्रपत्र पेश करने के आदेश स्कूल के संचालक को दिए।
और चेताबनी दी को अगर प्रपत्र ओर मानक नही है तो किसी भी हालत में स्कूल नही खुलना चाहिए।हालाकि इसका असर संचालक पर नही पड़ा।और वो बेखोफ होकर अभिभाबको को लूटता रहा।28 अप्रैल को शिक्षा बिभाग ने स्कूल संचालक को स्पष्ट निर्देश दिए कि तत्काल प्रभाव से स्कूल को बन्द कर दिया जाए।
अन्यथा की स्थति में कड़ी कारवाई की जाएगी।कार्रवाई के डर के चलते स्कूल संचालक ने खुद ही लिखकर स्कूल को सरेंडर करने का काम कर दिया।और कहा कि जब मान्यता ओर मानक पूरे होंगे तब ही स्कूल का संचालन किया जाएगा।फिलहाल जिस तरह से शिक्षा विभाग ने फर्जी स्कूलों पर लगाम कसना शुरू किया है उससे फर्जी ओर बिना मान्यता के स्कूल संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है