लखनऊ, थाना मदेयगंज क्षेत्र की ढ़ाल वाली कर्बला के अंदर नौजवान लड़के किस तरह नशे के दल दल में फंसते जा रहे हैं। हर रोज़ लगती है नशे की महफिल,जिस मे कम उम्र के लड़के गांजे का नशा करते हुए दिखाई देते हैं।
बेरोज़गार घूम रहे लड़के नशा करने के लिए चोरी जैसी घटना को भी देते हैं अंजाम।
जिससे उनके रोज़ मर्रा के नशे का इंतजाम हो जाता है।
नशा करने वालों की वजह से ही चोरी व छेड़छाड़ जैसी घटना भी बढ़ती जा रही है।

पुलिस नशा करने वालों के साथ ही साथ नशे को सौदागरों पर भी लगाम लगाए, जिससे क्षेत्र में नौजवान लड़के नशे से बच सके।
नसों में घुल रहा नशा, युवा हो रहे बर्बाद
सूखे नशे ने लोगों का सुख चैन तो छीन ही लिया है,अब लोगों के वंश और नस्लों पर भी बन आई है। शराब के बाद सूखा नशा युवाओं की नसों में इस कदर दौड़ने लगा है कि परिवार के परिवार बर्बादी के कगार पर पहुंच गए हैं। चिट्टा, गांजा, चरस,स्मैक को हाई सोसाइटी प्रोफाइल का हिस्सा मानने वाले परिवारों के बच्चे जवानी में ही अपना सब कुछ गंवा रहे हैं।
नशा मुक्ति केंद्र इस तरह की कहानियों से भरा हुआ है।
