आतंकवाद के विरूद्ध लड़ाई में हमारी एकता ही ताकत: राजनाथ शर्मा
समाजवादी चिन्तक ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की पीएम मोदी और भारतीय सेना को दी बधाई
बाराबंकी। गांधीवादी एवं समाजवादी चिन्तक राजनाथ शर्मा ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर देर रात हुई भारतीय सैन्य कार्रवाई पर कहा कि यह भारत की जीत है। हमें भारतीय सेना की कार्रवाई पर गर्व है। सेना के तीनों अंगों ने दबाव बनाकर सटीक और सफल कार्रवाई की है।
इसके लिए हम भारतीय सेना को बधाई देते हैं और उनके साथ मजबूती से खड़े हैं। आतंकवाद के विरूद्ध इस लड़ाई में हम भारतीय एक हैं और हमारी एकता हर दुश्मन को सबक सिखाने के लिए काफी है। श्री शर्मा ने कहा कि हमारी एकता का यह प्रतीक है कि भारतीय सैन्य महिला अधिकारियों कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने संयुक्त ब्रीफिंग करके देशवासियों को नारी शक्ति, सौहार्द और एकता का संदेश दिया।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की प्रधानमंत्री और भारतीय सेना को बधाई। श्री शर्मा ने आगे कहा कि भारत को आतंकवाद की समाप्ति के लिए निर्णायक कदम उठाने चाहिए और यह उचित समय है कि जब दुनिया का मानस जो शक्तिशाली बनकर उभर रहा है वह भी भारत के अनुकूल है।

भारत सरकार को तत्काल सैन्य पहल करना चाहिए और पाक अधिकृत कश्मीर जो भारत का अभिन्न अंग है उसे वापस लेना चाहिए ताकि भारतीय सेनाएं सीधे-सीधे पाकिस्तान की सीमा तक पहुंच सके। उन्होंने कहा कि हाफिज सईद जो भारत का अपराधी है उसे पाकिस्तान से प्रत्यर्पण कराने की प्रक्रिया करनी चाहिए।
भारतीय दूतावास के अधिकारियों को तुरंत सुरक्षित वापस बुलाना चाहिए और जब तक वापस ना आ जाए तब तक वह पाक दूतावास के अधिकारियों को दूतावास में निरुद्ध रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार पहलगाम में आतंकवादियों के द्वारा जो मारे गए हैं उनके परिजनों को पांच-पांच करोड़ का अनुदान दे तथा इस राशि को पाकिस्तान से वसूल किया जाए।
साथ ही जो गरीब, मजदूर, चाय वाले, घोड़े वाले, दुकान वाले पर्यटक बंद होने से बेरोजगार हो गए हैं उन्हें सरकार आगामी 6 महीने या 1 साल तक जीवनयापी की आर्थिक मदद दे। श्री शर्मा ने कहा कि इस समय अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बलूचिस्तान तथा पखलूस्तान की जनता पाकिस्तान के खिलाफ विद्रोह पर है। भारत सरकार को अफगानिस्तान से संपर्क कर सहयोगी बनना चाहिए और बलूचिस्तान तथा पखलूस्तान की जनता को यथासंभव सहयोग करना चाहिए।
भारत सरकार सभी धर्म गुरुओं को दिल्ली के मंच पर आमंत्रित कर एक रहने की अपील करें। राजनीतिक पार्टी व समाज के अन्य लोगा अल्पसंख्यक जमातों के प्रति कटु शब्द व व्यवहार बंद करें, ताकि आपसी रिश्तें न खराब हों। देश को मानसिक व भावनात्मक रूप से एक जुट बनाए रखने के लिए योगदान करें। श्री शर्मा ने कहा कि जल्द ही गांधी जयंती समारोह ट्रस्ट से जुड़े मृत्युंजय शर्मा, विनय कुमार सिंह, पाटेश्वरी प्रसाद, सलाउद्दीन किदवई और बाराबंकी ईदगाह कमेटी के अध्यक्ष मो उमेर किदवई, शहाब खालिद, ताज बाबा राईन, अनवर महबूब किदवई आदि।
तमाम लोग भारत सरकार की प्रशंसा और सेना के उत्साह को बढ़ाने तथा देश में सद्भाव कायम करने के लिए बैठक का आयोजन करेगी।
