जिला कारागार में कैदियों के लिए नई पहल, खुली हवा में फिटनेस का तोहफा
धारा लक्ष्य समाचार अन्तिम सिंह
लखीमपुर (खीरी)। 12 मई अब कैदी सिर्फ समय नहीं काटेंगे, बल्कि खुद को संवारने की दिशा में कदम भी बढ़ाएंगे। जिला कारागार में फिटनेस और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘ओपन जिम’ की स्थापना की गई है, जिसका उद्घाटन डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल और एसपी संकल्प शर्मा ने कारागार अधीक्षक पीडी सलोनिया, जेलर हरिवंश कुमार पांडेय की उपस्थिति में फीता काटकर एवं शिलापट का अनावरण कर किया।
प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई इस अभिनव पहल का उद्देश्य कैदियों के जीवन में सुधार, अनुशासन और आत्मबल को बढ़ावा देना है। ओपन जिम में कुल आठ अत्याधुनिक फिटनेस मशीनें स्थापित की गई हैं, जिनसे बंदी अब अपनी शारीरिक शक्ति के साथ-साथ मानसिक ऊर्जा को भी मज़बूत कर सकेंगे। अब हर दिन सिर्फ गिनती की तारीखें नहीं होंगी, बल्कि हर दिन एक नई सकारात्मक शुरुआत होगी।
इस अवसर पर डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने कहा कि शारीरिक फिटनेस मानसिक शांति की दिशा में पहला कदम है। ये पहल न केवल स्वास्थ्य सुधार की ओर है, बल्कि सकारात्मक सोच विकसित करने का एक माध्यम भी बनेगी।
एसपी संकल्प शर्मा ने इस पहल को जेल सुधार की दिशा में एक “सकारात्मक प्रयोग” करार दिया और कहा कि इससे कैदियों के जीवन में अनुशासन और ऊर्जा का नया संचार होगा। बताते चलें कि इस जिम की स्थापना जेल प्रशासन की देखरेख में की गई है और इसका उद्देश्य बंदियों में स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना है। अब जेल की चारदीवारी के भीतर भी फिटनेस की खुली हवा बह रही है।
बंदियों की फिटनेस के लिए आठ अत्याधुनिक मशीनों से सुसज्जित ओपन जिम

ओपन जिम के तहत जिला कारागार में कुल आठ प्रकार की अत्याधुनिक फिटनेस मशीनें स्थापित की गई हैं। इनमें एयर वॉकर शामिल है, जो कार्डियो फिटनेस को बढ़ावा देने में सहायक है। शोल्डर व्हील कंधों और बाजुओं की मांसपेशियों को सक्रिय करता है,
जबकि एब्डॉमिनल बोर्ड पेट और कोर मसल्स की मजबूती के लिए उपयोगी है। लेग प्रेस डबल पैरों और जांघों की ताकत बढ़ाने के लिए लगाया गया है। शरीर के ऊपरी हिस्से को मजबूत करने के लिए पुश पुल डाउन मशीन लगाई गई है।
इसके अतिरिक्त, एलिप्टिकल ट्रेनर पूरे शरीर के कार्डियो वर्कआउट के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। साइकिल मशीन से हृदय स्वास्थ्य और जांघों की एक्सरसाइज़ को बल मिलेगा, जबकि सर्फ बोर्ड संतुलन और लचीलापन बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगा। इन सभी उपकरणों को विशेष कोटेड मेटल पाइप से तैयार किया गया है, जो टिकाऊ और सुरक्षित हैं।
डीएम की पहल पर जेल में बन रहा गो आश्रय स्थल, बंदियों में संवेदना का होगा संचार
जिला कारागार परिसर में डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की पहल पर एक गो आश्रय स्थल का निर्माण तेजी से जारी है। सोमवार को डीएम, एसपी ने मौके पर पहुंचकर निर्माण कार्य की प्रगति का निरीक्षण किया और अधिकारियों को गुणवत्ता के साथ समयबद्ध पूर्णता के निर्देश दिए।
इस आश्रय स्थल का उद्देश्य न केवल गौ संरक्षण है, बल्कि यह बंदियों में सेवा, संवेदना और सामाजिक जिम्मेदारी का भाव विकसित करने की दिशा में एक प्रभावशाली प्रयास भी है।
