जिला रिपोर्टर रोहित मिश्रा धारा लक्ष्य समाचार पत्र
रायबरेली में एक युवक ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है। रूपयों से भरा बैग पाकर उसने न केवल उसे पुलिस को सौंपा, बल्कि असली मालिक तक सुरक्षित पहुंचाने में भी मदद की। मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के निराला नगर मोहल्ले का है। यहां के रहने वाले हिमांशु वाजपेई रोजाना की तरह मंदिर में दीपक जलाने गए थे। तभी मंदिर के पास उन्हें एक स्कूटी और कीचड़ में पड़ा बैग मिला।
बैग खोलने पर उसमें पूरे दो लाख रुपए थे। हिमांशु ने तुरंत ईमानदारी दिखाते हुए रूपयों से भरा बैग पुलिस अधीक्षक कार्यालय में जमा कराया। पुलिस की जांच में पता चला कि यह बैग सत्य नगर मोहल्ले के एमबीबीएस डॉक्टर पार्थ श्रीवास्तव का है। डॉक्टर पार्थ श्रीवास्तव अपनी पत्नी की बीमारी के इलाज के लिए बैंक से रुपए निकालकर लौट रहे थे,

लेकिन खराब मानसिक स्थिति के कारण स्कूटी और बैग भूल गए थे। पुलिस ने बैग सही सलामत डॉक्टर को लौटा दिया। डॉक्टर ने हिमांशु वाजपेई और पुलिस, दोनों का आभार जताया। पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने कहा हिमांशु की ईमानदारी से पुलिस विभाग गर्व महसूस कर रहा है। हमनें उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है।
हिमांशु की इस ईमानदारी से एक बार फिर साबित हो गया कि सही सोच और नेक नीयत समाज को बदलने में कितनी बड़ी भूमिका निभा सकती है।
