गांवों से लेकर नगर मुहल्लों तक पहुंच रहे सांड लोगों को जान-माल का खतरा
धारा लक्ष्य समाचार पत्र रिपोर्ट रवि प्रकाश द्विवेदी अमेठी
अमेठी। जिले में छुट्टा जानवरो को लेकर प्रशासन व अंधभक्त चाहे जो कसीदे गढ़े पर जमीनी हकीकत तो यही है कि छुट्टा जानवर इंसानों की जान के लिए खतरा तो किसानों की फसलों की बरबादी का कारण बन चुके हैं। 
जिले के संग्रामपुर, अमेठी, भादर, भेंटुआ, मुंशीगंज, एच ए एल गेट, अमेठी बाईपास, मुसाफिरखाना, जगदीशपुर, मोहनगंज कहीं को भी ले ले हर जगह छुट्टा जानवरों की भरमार हैं। जिनकी ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है छुट्टा जानवर सड़कों पर जाम लगा कर रखते हैं किसानों की फसल बर्बाद कर रहे हैं। अब तो लोगों पर जानलेवा हमले भी शुरू कर दिए हैं ।
सूत्रों के मुताबिक इनके संबंध में जानकारी देने पर जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी के अतिरिक्त कोई अधिकारी व कर्मचारी संज्ञान लेने को तैयार नहीं है शिकायत करो तो सांड पकड़ कर रखो, साहब आये तो उनको सबूत दो नहीं तो शिकायत झूठी होने की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप दी जाती है।
संग्रामपुर विकास खंड के गांव मिसिरपुर, भैरोपुर, सरैया कनू, कालिकन धाम के साथ ही आस पास के कई गांवों में भारी भरकम सांड़ो ने आतंक मचाया हुआ हैं। लोगों को देखते ही ये मारने के लिए दौड़ पड़ते है, संबधित अधिकारीयों को बताया जाय तो कहेंगे किसको मारा है साथ लेकर आओ तो विश्वास करेंगे।
