Sitapur Uttar Pradesh: सीतापुर: जिलाधिकारी का ताबड़तोड़ निरीक्षण, निर्माण गुणवत्ता पर कसा शिकंजा

कई सड़क परियोजनाओं पर मौके पर जांच, संदिग्ध सामग्री के सैंपल भेजे लैब — मानकों से समझौता करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई।

धारा लक्ष्य समाचार 

सीतापुर संवाददाता शफीक अहमद

सीतापुर। जनपद में चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को लेकर जिलाधिकारी डॉ. राजागणपति आर. मंगलवार को अचानक फील्ड में उतर पड़े। उन्होंने गौरिया–भिठौरा–रामनगर मार्ग, लोधखेरवा–बड़ी कुसौली मार्ग, गंगापुर–नसिरापुर–महसुई मार्ग, कोरौना–रामगढ़ चीनी मिल संपर्क मार्ग, कल्ली–नैमिषारण्य–पनाहनगर–बिलरायां बाईपास, 84 कोसी परिक्रमा मार्ग और मिश्रिख–मछरेहटा मार्ग का मौके पर जाकर निरीक्षण किया। डीएम ने बिना किसी पूर्व सूचना के पहुँचकर निर्माण सामग्री, सब-ग्रेड, डिज़ाइन और लेयरिंग की तकनीकी गुणवत्ता का परीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान कई स्थानों पर निर्माण सामग्री के नमूने संदिग्ध पाए जाने पर जिलाधिकारी ने तत्काल सभी सैंपल लैब जांच को भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित कार्यदायी संस्थाओं को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि मानकों से एक इंच भी विचलन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सड़क किनारे पटरी निर्माण को अनिवार्य बताते हुए उन्होंने कहा कि जहां भी कमी देखी जाएगी, वहां जिम्मेदारों पर कार्रवाई तय है। डीएम ने टीम को यह भी निर्देश दिया कि कार्य की प्रगति रिपोर्ट प्रतिदिन समीक्षा के लिए भेजी जाए।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि शासन की परियोजनाएं जनता के हित में हैं, और कोताही बरतने वालों पर आर्थिक दंड से लेकर ब्लैकलिस्टिंग तक की कार्यवाही की जाएगी। निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता रीमा सोनकर, संबंधित विभागों के अधिकारी और कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि मौजूद रहे। डीएम की इस सख्त फील्ड कार्रवाई के बाद निर्माण एजेंसियों में हड़कंप देखा गया।

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