धारा लक्ष्य समाचार बाराबंकी से अब्दुल मुईद की रिपोर्ट
बाराबंकी। सऊदी अरब हुकूमत के खिलाफ शिया समुदाय ने दुर्गापूरी अस्करी नगर इमामबाड़े में शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। शिया धर्मगुरु मौलाना मोहम्मद रज़ा ने बताया कि ये प्रदर्शन सऊदी अरब में स्थित जन्नतुल बक़ी कब्रिस्तान में रसूल-ए-इस्लाम की बेटी जनाबे फातिमा और इमामों के रौजों को ध्वस्त किए जाने के विरोध में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लगभग सौ वर्ष पूर्व सऊदी अरब के शासक आले सऊद ने मदीना स्थित जन्नत-उल-बकी में मोहम्मद साहब के परिवार की मजारों को नष्ट कर दिया था। यह बहुत अफसोस की बात है कि सऊदी हुकूमत उस रसूल का कलमा पढ़ती है, जिनकी बेटी की कब्र आज भी खुले आसमान के नीचे है। मौलाना ने सऊदी अरब से मांग की कि वह जन्नत-उल-बकी में मजारों का पुनर्निर्माण करें, या फिर शिया समुदाय को अनुमति दे कि वह खुद वहां इन मजारों का निर्माण कर सकें। मौलाना मोहम्मद रज़ा ने राष्ट्रपति सहित भारत सरकार से अपील की कि वह इस मुद्दे पर सऊदी हुकूमत पर दबाव डालें। इस्लाम धर्म किसी पर जोर-ज़बरदस्ती नहीं करता, और सऊदी हुकूमत का यह प्रयास इस्लाम के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है। प्रदर्शन के बाद, मौलाना मोहम्मद रज़ा व उलोमाओ ने नायब तहसीलदार रामजीत यादव को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर दिलकश रिजवी अधिवक्ता, डा०रज़ा, मुंजर अब्बास सादिक हुसैन (सभासद), अहमद रज़ा, मोहम्मद अब्बास ज़ैदी अधिवक्ता, आसिफ हुसैन पत्रकार, शब्बर रिज़वी, अजमल किन्तूरी, मोहम्मद गुलफाम, आदिल हुसैन, सज्जाद जैदी, इमरान रिजवी, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
