भक्तों की रक्षा कर धर्म की स्थापना करते है भगवान- आचार्य धरणीधर

 

 डा दिनेश तिवारी धारा लक्ष्य समाचार 

अयोध्या । बछौली पुरेभंजन तिवारी का पुरवा मे आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में कृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनाते हुए कथा प्रवाचक आचार्य धरणीधर जी महराज ने कहा कि जब-जब भक्त संकट में होते हैं। पृथ्वी पर धर्म की हानि होती है। अताताई और अत्याचारी बढ़ते हैं। तब ईश्वर विविध रूपों में अवतार लेकर पृथ्वी को पापियों से मुक्त करके, भक्तों की रक्षा कर पुनःधर्म की स्थापना करते है। 

कथा प्रवाचक ने बताया कि भागवत कथा सुनने मात्र से ही मनुष्य को जन्म मरण के चक्र से मुक्ति की प्राप्ति हो जाती है। कहा कि भगवान की भक्ति में अधिक से अधिक समय देना चाहिए। कहा कि परमात्मा ही परम सत्य है।

जब हमारी वृत्ति परमात्मा में लगेगी तो संसार गायब हो जाएगा। प्रश्न यह है कि परमात्मा संसार में घुले-मिले हैं तो संसार का नाश होने पर भी परमात्मा का नाश क्यों नहीं होता? वह कहते हैं कि इसका उत्तर यही है कि भगवान संसार से जुड़े भी हैं और अलग भी हैं।

आकाश में बादल रहता है और बादल के अंदर भी आकाश तत्व है। बादल के गायब होने पर भी आकाश गायब नहीं होता। इसी तरह संसार गायब होने पर भी परमात्मा गायब नहीं होते। कहा कि संसार की कोई भी वस्तु भगवान से अलग नहीं है।

इस अवसर पर मुख्य यजमान राम प्रसाद तिवारी, बबलू तिवारी, शांति शरण तिवारी, नंदन तिवारी, ब्लाक प्रमुख दिनेश वर्मा, धर्मेंद्र प्रताप सिंह टिल्लू, मंडल अध्यक्ष अनिल उपाध्याय, राम भवन पाण्डेय, चंद्रभान यादव, संजय यादव, पृथ्वी यादव, संदीप तिवारी, जानकी शरण पाण्डेय, विरेन्द्र मिश्र सहित ग्रामीणों ने कथा का रसपान किया।

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