धारा लक्ष्य समाचार
आज विकासखंड त्रिवेदीगंज कार्यालय पर खंड विकास अधिकारी प्रियंका सिंह द्वारा कार्यालय पर बाबा भीमराव अंबेडकर के चित्र पर हिमालय अर्पण कर पुष्प अर्पित किया वही आज इस कार्यक्रम में ब्लॉक मुख्यालय के ग्राम पंचायत सचिव व तकनीकी सहायकों की उपस्थिति में अंबेडकर जयंती का आयोजन किया गया।
वही और विकास अधिकारी ने अपने वक्तव्य में कहा कि अपने माता पिता के चौदह संतानों में वो अकेले थे जिन्होंने समझा कि शिक्षित होना ही बड़ा शस्त्र है पढ़े तो ऐसा कि कमाल वे मेधावी छात्र थे और पढ़ाई को लेकर खंभे के नीचे बैठ कर केम्ब्रिज और कोलम्बिया तक चले गए।
वे उस दौर के पहले ऐसे भारतीय थे जिन्होंने चार बार पीएचडी की उपाधि हासिल की डॉ आंबेडकर ने कोलम्बिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पीएचडी हासिल की उन्होंने कोलम्बिया विश्वविद्यालय से कानून में LLD की उपाधि भी हासिल की उन्हें चौथी पीएचडी उस्मानिया विश्वविद्यालय भारत से मिली इस तरह हम कह सकते हैं कि जो लोग आज अम्बेडकर को खारिज करते हैं वे पढाई के मामले में उनके पैरों की धूल भी नहीं हैं मुझे लगता है कि दलित समाज को अंबेडकर के छात्र जीवन से ज्यादा प्रेरणा लेनी चाहिए।

अंबेडकर को समझिए…
अंबेडकर अपने जीवन के आखिरी दौर में बौद्ध हो गये थे जो बौद्ध वादी नहीं हैं वो भी अंबेडकर को आज भी नकार नहीं सकते यही अंबेडकर का कद है, संविधान रचयिता अंबेडकर वंचितों को एक बड़ा सहारा देकर चले गये।
ज्योतिबा और सावित्रीबाई फुले के बाद वो आखिरी व्यक्ति थे जो वंचितों के लिए लड़े उसके बाद जो आये सब वोट बैंक वाले नेता हुए अंबेडकर नेता नहीं वो चुनाव हारे भी थे
अंबेडकर आज भी प्रासंगिक हैं उनको खासकर वंचित वर्ग के लोग समझे और आत्म सात करें ।
वही उपरोक्त मौके पर एडीओ पंचायत ऋषि पाल सिंह, ऑडियो कोऑपरेटिव मनोज कुमार मिश्रा, ग्राम विकास अधिकारी प्रफुल्ल कुमार राजकुमार पवन कुमार गौतम श्रवण कुमार विशाल गुप्ता राजकुमार, अमित कुमार शर्मा निशकांत je ami सफाई कर्मचारी ताराचंद्र राजेश कुमार सहित ब्लॉक के समस्त कर्मचारी अधिकारी मौजूद रहे।
