बारिश ने किया बर्बाद पचास लाख से अधिक कीमत की किताब कॉपी खराब

प्रकृति ने छीन लिया कारोबारी का सपना अब sbi इंश्योरेन्स का भरोसा आस में परिवार

धारा लक्ष्य समाचार (बस्ती मण्डल) संवाददाता अमरमणि मिश्रा

बस्ती–बस्ती डुमरियागंज रोड नारायण पुर जिनवा में श्री बालाजी बुक एजेंसी चलाने वाले व्यक्ति के साथ प्रकृति ने ऐसा कहर बरपाया की पूरा परिवार सदमे में है! हो भी क्यों ना जैसा कि आपको भी पता है कि स्कूलों में बच्चों का एडमिशन शुरू हो गया है कॉपी किताबों का यही सीजन है जिसमें व्यक्ति कुछ कारोबार करके अपना घर परिवार चलाता है! आपको बता दें कि अभी कुछ ही दिनों पहले हुई बारिश में कहीं से पानी का रिसाव कमरे में जाने की वजह से तकरीबन 50 लाख रुपए से अधिक कीमत की किताबों के नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है!

गोदाम पर मौजूद नीरज ने बताया कि अभी तो लगभग इतने रूपए नुक्सान दिखाई पड़ रहा है अभी और नुकसान बढ़ सकता है! आगे अपनी बात रखते हुए नीरज ने बताया कि जो नुकसान हुआ है वह मेरे लिए और मेरे परिवार के लिए ईश्वर का बड़ा प्रहार है लेकिन ईश्वर ने ही हम लोगों को पहले सद्बुद्धि दिया था कि हम लोगों ने पूरे कॉपी किताब का एसबीआई से इंश्योरेंस करवा लिया था कागज दिखाते हुए उन्होंने बताया कि अब तो सिर्फ इंश्योरेंस से जो पैसा मिलेगा वही हमारी जमा पूंजी होगी! जब उनसे यह सवाल पूछा गया की क्या कोई इंश्योरेंस वाला अभी तक आपके पास आया जांच पड़ताल करने! तो उन्होंने कहा कि शिकायत कर दी गई है।

साक्ष्य भी हमारे पास है कम्पलेन नंबर भी मिल चुका है आने के लिए कह रहे थे लेकिन अभी तक मौके पर नहीं आए हैं! लेकिन हमने जो पॉलिसी ली है उसमें मुख्यतः इस पॉलिसी में शामिल है आग (स्वतःस्फूर्त दहन सहित) बिजली चमकना, तूफान, चक्रवात, टाइफून, आंधी, हरिकेन, बवंडर, सुनामी, बाढ़ और जलप्लावन, जंगल की आग, झाड़ी की आग, जंगल की आग, मिसाइल परीक्षण ऑपरेशन

उपरोक्त किसी भी बीमित घटना के घटित होने से 7 दिनों के भीतर या उसके तत्काल कारण से हुई चोरी भूकंप ज्वालामुखी विस्फोट, या अन्य प्रकृति के आक्षेप जिस भूमि पर आपका घर बना हुआ है उसका भूस्खलन, भूस्खलन, चट्टान खिसकना किसी भी प्रकार की प्रभाव क्षति, ले, किसी भी बाहरी भौतिक वस्तु (जैसे वाहन, गिरते पेड़, विमान, दीवार आदि) के प्रभाव या टक्कर से होने वाली क्षति, दंगा, हड़ताल, दुर्भावनापूर्ण क्षति, पानी की टंकियों, उपकरणों और पाइपों का फटना या बह जाना स्वचालित स्प्रिंकलर स्थापनाओं से रिसाव आदि शामिल हैं!

अब इस पूरी घटना पर यह लाइन सटीक बैठती है की, मारने वाला है भगवान और बचाने वाला भी भगवान!

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