धारा लक्ष्य समाचार ब्लॉक संवाददाता सिरौली गौसपुर। क्षेत्र की पंचायत लोढ़पुरवा में मनरेगा हाजिरी में भ्रष्टाचार का बोलबाला दिख रहा है, मनरेगा कार्यों में भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं लें रहा है इसको लेकर कई कई समाचार पत्र में खबर को भी प्रकाशन किया बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हुई नतीजा इसीलिए शून्य दिखाई दे रहा है सोशल मीडिया पर वायरल फ़ोटो ग्राम पंचायत लोढ़पुरवा का बताया जा रहा है।
पंचायत लोढ़पुरवा में मनरेगा में भ्रष्टाचार चरम पर है वही इतना ही नहीं अन्य यूजर भी कई प्लेट फॉर्म पर ऐसी पोस्ट 24अप्रैल की रात्रि में किया गया है कि लोढ़पुरवा पंचायत में मनरेगा के कार्यों में धांधली हो रही है अब ऐसी स्थिति में हमारी टीम ने जांच पड़ताल किया ऑनलाइन मनरेगा की हाजिरी देखी गई तो पाया गया वास्तव में कही न कही यह पंचायत भी अन्य पंचायत की तरह भ्रष्टाचार में सम्मलित है ।
क्योंकि इस पंचायत में 24अप्रैल को 8 मास्टर रोल पर कार्य चल रहा था जिसमे चकबन्ध निर्माण कार्य और तालाब जीर्णोधार कार्य को लेकर चलाए गए 391, 392, 393, 394, 396, 397, 398 और 399 जिसमे जो मजदूर खड़े है वह मजदूर नहीं लग रहे है हम ऐसा इसलिए कह रहे है क्योंकि अगर कोई मजदूर चकमार्ग की खुदाई पटाई का कार्य करेगा तो तो मजदूर के हाव् भाव बदल जाते है।

फोटो में नहीं दिखाई दिए इतना ही नहीं इन आठो मस्टररोल की हाजिरी जोड़ कर कुल 80हाजिरी की बात सामने आती है जबकि जो फोटो अपलोड है वह कम अपलोड है और मास्टररोल में एक फ़ोटो कई मस्टररोल पर अपलोड है। इन मस्टररोल पर अगर महिला हाजिरी की बात करे तो लगभग 21 महिला की हाजिरी लगाई गई जबकि फोटो में साफ तौर से दिख रहा है ।
कि एक भी महिला नहीं है महिलाओं को रोजगार देना यह सरकार की मुहिम है प्रधान जी ने रोजगार तो महिलाओं को दिया लेकिन सिर्फ कागजी कार्यवाही पर जबकि सिरौली गौसपुर की खंड विकाश अधिकारी महिला है जिनका नाम आदिति श्रीवास्तव है एक महिला अधिकारी के होने के बावजूद इस तरह का मामला सामने आता है जहां पर महिलाओं की हाजिरी गलत लगाई गई या यूं कहा जाए फर्जी तरीके से यह डाटा केवल और केवल मात्र एक दिन का है।
अगर पीछे और खंगाला जाए तो बहुत कुछ सामने आ सकता है सरकार ने ऑनलाइन हाजिरी की व्यवस्था इसलिए सुनिश्चित करवाई कि भ्रष्टाचार रोका जा सके लेकिन योगी जी की जीरो टॉर लेश नीति की कमर तोड़ देने का कार्य किया जा रहा है क्योंकि ग्राम प्रधान जी ने उसका भी तोड़ निकाल लिया अब देखना यह। है कि आखिर जिले के तेज तर्रार जिला अधिकारी शशांक त्रिपाठी इस खबर को लेकर क्या रुख अपनाते है
