अवर अभियंता दीपक कुमार की लापरवाही आई सामने, विभागीय नियम ताक पर
धारा लक्ष्य समाचार सहारनपुर, जनक नगर उपकेंद्र के अंतर्गत आने वाले शालीमार फीडर से जुड़ी नूरबस्ती इन दिनों बिजली संकट से जूझ रही है। क्षेत्र में लगे 400 KVA के ट्रांसफार्मर के जलने के बाद से दो दिनों से अंधेरा पसरा हुआ है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अवर अभियंता दीपक कुमार की लापरवाही के चलते यह स्थिति बनी है।ट्रांसफार्मर में समय से न तो मेंटेनेंस हुआ और न ही उसे बदला गया, जिसकी वजह से वह शांतिग्रस्त हो गया। इससे करीब 200 उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति ठप हो गई।

दूसरे ट्रांसफार्मर पर लोड, खतरे की घंटी लोगों के आक्रोश को देखते हुए अवर अभियंता ने नियमों को दरकिनार करते हुए दूसरे ट्रांसफार्मर पर शातिग्रस्त ट्रांसफार्मर का लोड डाल दिया जो कि नहीं डाल सकते, परंतु अब उस पर भी क्षमता से अधिक लोड डाल दिया गया है। जानकारों की मानें तो इस ट्रांसफार्मर के भी क्षतिग्रस्त होने की पूरी संभावना है। ऐसे में नूरबस्ती का अंधेरा और गहरा हो सकता है।ऊर्जा मंत्री के निर्देश भी हुए नजरअंदाज प्रदेश के ऊर्जा मंत्री व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्रांसफार्मर क्षति की स्थिति में तत्काल बदलाव के निर्देश दिए हैं।
बावजूद इसके, दीपक कुमार ने कोई त्वरित कार्रवाई नहीं की, जिससे अवर अभियंता दीपक कुमार की लापरवाही साफ उजागर हो रही है।दीपक के ‘कारनामों’ की चर्चाएं सूत्रों के अनुसार, यह पहली बार नहीं है जब अवर अभियंता दीपक कुमार ने इस तरह की लापरवाही बरती हो। इससे पहले भी इनके कुछ फैसले विभाग के लिए घाटे का सौदा साबित हुए हैं। विभागीय सूत्रों की मानें तो इनकी कार्यशैली पर जल्द ही उच्चस्तरीय जांच भी हो सकती है।