धारा लक्ष्य समाचार शामली
मनोज चौधरी जिला प्रभारी शामली
— मोहम्मदपुर राई में वार्षिक जलसे में पंजाब के शाही इमाम का संबोधन
— बोले, धर्म को लेकर नहीं करनी बहस, बुराइयों से बचें
कैराना। पंजाब के शाही इमाम मौलाना उस्मान लुधियानवी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को किसी धर्म को लेकर बहस नहीं करनी है। हमें समाज में तोड़ने की नहीं, बल्कि जोड़ने की बात करनी है। इसके अलावा समाज में पनप रही कुरीतियों को दूर करने की आवश्यकता है। वह गांव मोहम्मदपुर राई में स्थित मदरसा इस्लामिया अरबिया अशरफिया मसीहुम उलूम में वार्षिक जलसे को संबोधित कर रहे थे।
जलसे में बतौर मुख्य अतिथि शाही इमाम और मजलिस अहरार इस्लाम हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद उस्मान लुधियानवी ने कहा कि संसार में नबी से खूबसूरत शख्सियत नहीं आई। उन्होंने मदद करने में कभी धर्म की कैद नहीं रखी और नि:स्वार्थ भाव से मदद की।
उन्होंने कहा कि शादी—ब्याहों में फिजूलखर्ची हो रही है, लेकिन मस्जिदों के इमामों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उनकी कद्र करनी चाहिए और उचित वेतन देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को क्यों कोसते हैं, पहले अपने आमाल सही करें।

जिस दीन को खतरा बता रहे हो, उसके रक्षक बनो। उन्होंने कहा कि इस्लाम यह शिक्षा नहीं देता कि किसी को गलत कहो। किरदार ऐसा बनाओ कि इस्लाम झलकता हो। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति चोंचलेबाजी करता है, दिल में फरेब है, तो उसकी नमाज भी केवल दिखावा है। उन्होंने कहा कि अपने अंदर से तमाम बुराइयों को खत्म करें। जरूरतमंद लोगों की मदद करें।
शाही इमाम ने यह भी कहा कि धर्म को लेकर किसी से बहस नहीं करनी है। लोगों को जोड़ने की बात करनी है, तोड़ने की नहीं। सभी एकजुटता के साथ रहे। मौलाना अनीस जलालाबाद ने कहा कि अपने नौनिहालों को शिक्षित बनाएं, क्योंकि शिक्षा ही अर्श तक पहुंचाती है। मौलाना आकिल ने कहा कि समाज में फैल रही कुरीतियों को खत्म करने की आवश्यकता है।
मौलाना मुशर्रफ ने कहा कि हराम खाने से बचो। अपने बच्चों को बेहतर संस्कार दो और उन्हें नेक बनाओ। इनके अलावा मुफ्ती रफीउज्जमां, मुफ्ती साजिद, मौलाना शुऐब आदि ने भी संबोधन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कारी वलीउल्लाह शेरवानी व संचालन मौलाना फिरोज ने किया।
वहीं, उलमाओं द्वारा तीन हाफिजों उवैस, नौमान व उमैर की दस्तारबंदी की गई। शाही इमाम की विशेष दुआ पर जलसा संपन्न हुआ। मदरसे के मोहतमिम मौलाना सादिक मिफ्ताही ने आगंतुकों को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर हाफिज सालिम, मेहरबान अली कैरानवी, मौलाना सलीम, हाजी अनीस, हारून, कारी आदिल, दानिश, जमील, रूमल हुसैन, हाफिज यामीन आदि मौजूद रहे।
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गांव में शाही इमाम का भव्य स्वागत
पंजाब के शाही इमाम मौलाना उस्मान लुधियानवी के पहुंचते ही लोग उनके काफिले में शामिल हो गए। गांव में जगह—जगह हाजी सद्दाम हुसैन, डॉ. मारूफ, अब्दुल खालिक, दानिश पंवार, मौलाना हाशिम, मुफ्ती राशिद, मुफ्ती साजिद, मौलाना अहसान, हाफिज अमीर हसन, मो. साबिर, सरवर, जावेद आदि ने उनका फूल—मालाओं से भव्य स्वागत किया। इस दौरान शाही इमाम द्वारा लोगों को दुआओं से नवाजा गया।
