खैराबाद के भूमिजा बहुउद्देशीय हाल में आयोजित कार्यक्रम में हुई शामिल,
धारा लक्ष्य समाचार सैय्यद जावेद क़ासिम
सीतापुर। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का उड़नखटोला शहर के राजकीय इंटर कालेज के मैदान पर उतरा। डीएम अभिषेक आनंद, एसपी अंकुर अग्रवाल ने पुष्प भेंट कर उनका स्वागत किया। इस दौरान विधायक राम कृष्ण भार्गव,निर्मल वर्मा भी मौजूद रहें। हैलीपेड से राज्यपाल की गाड़ियों का काफिला जनपद के खैराबाद स्थित भूमिजा बहुउद्देश्यीय हॉल के लिए रवाना हुआ।
जहा उन्होंने आंगनबाड़ी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। आंगनबाड़ी के नन्हे-मुन्ने बच्चों ने गुलाब पुष्प भेंटकर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों द्वारा उनका भव्य स्वागत किया। बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम से खुश होकर राज्यपाल ने उपहार भी वितरित किए। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि “इन प्यारे-प्यारे बच्चों ने जो योग प्रदर्शन किया है।
वह इस उम्र में अद्भुत है। यह कार्य हम बड़ों के लिए भी आसान नहीं होता। बच्चों को संस्कार देना हमारी जिम्मेदारी है। क्योंकि जैसा वातावरण घर और परिवार में होगा, वैसे ही संस्कार बच्चों में विकसित होंगे। आंगनबाड़ी केंद्रों को बच्चों की नींव मजबूत करने वाला एक सशक्त मंच बताया।” उन्होंने कहा कि हमारी बेटियों को भी हर क्षेत्र में भागीदारी लेनी चाहिये,।
वह जमाना चला गया जब बेटियों को पराया समझा जाता था। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर आंगनबाड़ी केन्द्रों में पढ़ने वाले बच्चों की नीव का मजबूत बनाना होगा, यदि बच्चों की नीव मजबूत होगी तभी हमारा देश विकसित हो पायेगा, क्योंकि इन्हीं बच्चों के ऊपर हमारे देश की जिम्मेदारी है।

और आगे चलकर यही बच्चे भविष्य में देश का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में ऐसे कार्यक्रम आयोजित होने चाहिए। जिससे बच्चों को सीखनें का अवसर मिलता है और उनका उत्साहवर्धन भी होता हैं। राज्यपाल महोदया ने कहा कि जिस प्रकार एक माली छोटे पौधे की देखभाल करता है और उसे बड़ा करता है और उसी प्रकार छोटे बच्चों का भी लालन-पालन होना चाहिये, यह माता-पिता की ही जिम्मेदारी होती है, की वह अपने बच्चों को अच्छे सस्कार दें।
उन्होंने कहा कि विद्यालयों और विश्वविद्यालयों में दी जा रही शिक्षा की गुणवत्ता की निरंतर निगरानी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बच्चों के समग्र विकास के लिये आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आंगनबाड़ी किट वितरित की जा रही है। जिससे उनकी प्रारम्भिक शिक्षा और सीखने की प्रक्रिया को बेहतर बनाया जा सके। सभी से संकल्पबद्ध होकर कार्य करने हेतु प्रेरित किया और कहा कि बच्चों की शिक्षा और संस्कारों को मजबूत करने के लिये हमें अपने आचरण और व्यवहार को शुद्ध रखना होगा।
उन्होंने कहा कि इन प्रतिभाशाली बच्चों को आगे बढ़ाना हमारा कर्तव्य है। ताकि वह प्रधानमंत्री के विकसित भारत 2047 के संकल्प को साकार करने में योगदान दे सकें। आंगनबाड़ी केन्द्रों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुये कहा कि यह केवल शिक्षा का ही माध्यम नही है बल्कि गरीब एवं वंचित वर्ग के बच्चों के पोषण और समग्र विकास का केन्द्र भी है। उन्होंने प्री-स्कूल किट के प्रभावी उपयोग को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता बताई।
कार्यक्रम स्थल पर जल निगम, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुष, बाल विकास एवं पुष्टाहार, कृषि, उद्यान, खाद्य प्रसंस्करण, बेसिक शिक्षा, कारागार,ओ.डी.ओ.पी. राष्ट्रीय आजीविका मिशन आदि विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का भी उन्होंने निरीक्षण किया। कार्यक्रम में नगर विकास राज्यमंत्री राकेश राठौर गुरु ने राज्यपाल का स्वागत किया।
उन्होंने जनपद में स्वास्थ्य, स्वच्छता और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में हुई प्रगति से राज्यपाल को अवगत भी कराया। डीएम अभिषेक आनंद ने राज्यपाल को जनपद में चल रही योजनाओं की प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से सशक्तिकरण एवं स्वरोजगार की दिशा में हो रहे कार्यों की जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने ‘योग, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य‘ पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं, जिन्हें सभी ने सराहा।
राज्यपाल ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्री-स्कूल किट एवं हाईजिन किट, पोषण पोटली,आयुष्मान कार्ड, समूह की महिलाओं को ई-रिक्शा चाभी,स्वामित्व योजनान्तर्गत घरौनी, टीबी किट,एनआरएलएम प्रमाण पत्र, मुद्रा योजना ऋण स्वीकृत पत्र, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्ययन योजनान्तर्गत ऋण स्वीकृति, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि प्रमाण पत्र,उज्जवला योजनान्तर्गत अनुदान चेक, वृद्धावस्था पेंशन योजना के स्वीकृत पत्र, स्पान्सरशिप योजनान्तर्गत स्वीकृत पत्र तथा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना किट का वितरण मंच से किया गया। इस अवसर पर ज़िले का प्रशासनिक अमला सहित जनप्रतिनिधिगण मौजूद रहें।
