Amethi UP : अमेठी में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग सम्मेलन सम्पन्न, छात्रों की प्रतिभा और नवाचार की सराहना

धारा लक्ष्य समाचार पत्र

मुंशीगंज/अमेठी। मुंशीगंज स्थित इंदिरा गांधी स्कूल एंड कॉलेज ऑफ नर्सिंग में आयोजित तीन दिवसीय द्वितीय अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग महासम्मेलन का शनिवार को सफल समापन हुआ। “सीमाओं से परे नर्सिंग अनुसंधान” विषय पर आधारित इस सम्मेलन में देश-विदेश के नर्सिंग विशेषज्ञों ने भाग लिया और संस्थान के छात्र-छात्राओं की अनुशासन, शोध क्षमता एवं नवाचार spirit की सराहना की।

सम्मेलन के दौरान विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत शोधपत्रों, भाषणों, पोस्टरों, पेंटिंग, मॉडल एवं परियोजनाओं का मूल्यांकन किया गया। विशेषज्ञों ने कहा कि इंदिरा गांधी नर्सिंग कॉलेज के छात्र-छात्राएं न केवल प्रदेश में, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान मजबूत कर रहे हैं। संस्थान की उच्चस्तरीय शिक्षा प्रणाली, आधुनिक प्रयोगशालाएं, अनुभवी फैकल्टी और सुदृढ़ अनुशासन व्यवस्था की व्यापक प्रशंसा की गई।

इस अंतर्राष्ट्रीय आयोजन में देश-विदेश से प्राचार्य, प्रोफेसर, शोधार्थी एवं विद्यार्थी शामिल हुए। मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. एलिज़ाबेथ डी. आरोन (यूएसए), डॉ. जस्टिन ओलिवर (रियाद) और डॉ. शैला सेल्वरानी (रियाद) ने नर्सिंग अनुसंधान और मिश्रित शोध विधियों के नवाचारी प्रयोगों पर अपने विचार साझा किए। इस दौरान नई पुस्तकों का विमोचन भी किया गया।

सम्मेलन के तीसरे दिन श्रीमती कीर्ति और सुश्री अर्चना द्वारा स्वागत संबोधन के बाद सात वैज्ञानिक सत्र आयोजित हुए। इनमें डॉ. एम. जे. कुमारी, डॉ. शंभवी मिश्रा, डॉ. एस. बालचंद्र, डॉ. यशोदा कृष्णा जानपथी, डॉ. इलक्कुआना भास्कर राज और डॉ. दीप्ति शुक्ला जैसे विशेषज्ञों ने वैश्विक सहयोग, डेटा विश्लेषण, नैदानिक अनुसंधान, भविष्य की शोध प्रवृत्तियों और प्रकाशन के महत्व पर प्रस्तुतियां दीं। प्रत्येक सत्र के अंत में अतिथियों को मोमेंटो और प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।

चाय और भोजनावकाश के बाद चर्चा सत्र पुनः आरंभ हुए, जिनमें अनुभव साझा करने, शोध विस्तार और ज्ञान विनिमय पर विचार-विमर्श किया गया। समापन सत्र में तीनों दिनों की गतिविधियों का सार प्रस्तुत करते हुए वक्ताओं, प्रतिभागियों, आयोजन समिति और स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया गया।

संस्थान के प्राचार्य डॉ. रमेश सनमुगम एवं उप प्राचार्या डॉ. गोमती एम ने सफल आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की और सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद किया। सम्मेलन का समापन नए शोध सहयोगों और भविष्य की संभावनाओं के उत्साह के साथ हुआ।

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