धारा लक्ष्य समाचार
लखनऊ, निहारिका साहित्य मंच कंट्री ऑफ़ इंडिया फाउंडेशन ट्रस्ट के द्वारा समय समय पर निःशुल्क साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक आयोजन करवाये जाते हैं। अध्यक्ष अज़ीज़ सिद्दीक़ी एवं संस्थापिका डॉ रीमा सिन्हा की देख रेख में यह मंच नित नये आयाम स्थापित कर रहा है।
आपको बताते चलें प्राग नारायण रोड स्थित ऑफिसर्स फ्लैट में दिनांक 21 अप्रैल को निहारिका साहित्य मंच कंट्री ऑफ़ इंडिया फाउंडेशन ट्रस्ट के तत्वाधान में मंच संस्थापिका डॉ रीमा सिन्हा की स्वर्गीय माँ आशा देवी की जयंती के उपलक्ष्य में पथ प्रदर्शक सम्मान समारोह नामक एक भव्य सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इसमें वरिष्ठ कवि, कवयित्रियों, वरिष्ठ पत्रकारों एवं वरिष्ठ समाज सेवियों का सम्मान किया गया।
निहारिका साहित्य मंच की संस्थापिका डॉक्टर रीमा सिन्हा के बेहतरीन मंच संचालन में कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलित करके किया गया। तत्पश्चात गीता सक्सेना ने सुमधुर वाणी वंदना सुनाई। इसके बाद सभी ने माँ और महिलाओं पर अपने वक्तव्य प्रस्तुत किये। कवत्रियों ने मां की महिमा के साथ साथ सासु मां की भी अहमियत समझाई, तो पत्रकार परवेज़ अख़्तर ने अपने वक्तव्य में मां और बच्चे के बीच के उस पहलू को उजागर किया जिसको आज के बच्चे अक्सर नज़र अंदाज कर देते हैं।
साथ ही महिलाओं के प्रति एक शेर सुनाते हुए कहा कि
जिसके मन में औरतों का सम्मान नहीं,सही मायनों में वो इंसान नहीं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन के महामंत्री अब्दुल वहीद एवं प्रिंट मीडिया वर्किंग जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मंच के अध्यक्ष अज़ीज़ सिद्दीक़ी रहे। कार्यक्रम में सम्मानित होने वाले अतिथिगण गीता सक्सेना, मिठु रॉय,पूजा श्रीवास्तव, संध्या श्रीवास्तव,डॉ विभा प्रकाश,लुबना अख्तर, रुबीना आलम, गुरमीत कौर, दीपिका, प्रीति तिवारी वसुंधरा,नितिन तिवारी, सरोज , अब्दुल वहीद, इकराम,फ़हीम ख़ान आदि रहे।यह कार्यक्रम लगभग 4 घंटे तक चला। माँ पर सिर्फ महिलाओं ने ही नहीं अपितु पुरुषों ने भी भाव विह्वल करने वाली प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के अंत में शबाब नूर जी के गीतों ने ज़बरदस्त समा बांधा। उनका साथ दिया मिठु रॉय एवं गीता सक्सेना जी ने।