Barabanki:धरा-धाम पर जब-जब बढ़ता है पाप और अत्याचार, तब-तब प्रभु लेते हैं विभिन्न रूपों में अवतार !

जब-जब होइ धर्म कै हानी ! बाढ़हिं असुर अधम अभिमानी !!

तपस्या के बाद भगवान ने ध्रुव को लिया गोद बच्चों को दें धर्म और आध्यात्मिक ज्ञान- पंडित प्रकाश चंद्र पाण्डेय !

दरियाबाद बाराबंकी :- नगर पंचायत दरियाबाद के प्रसिद्ध बराती शिवाला, शिव मंदिर प्रांगण में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 20 अप्रैल से 26 अप्रैल तक चल रही, भक्तिमयी, रसमयी व लालितत्यमयी सप्तदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा में आकाशवाणी प्रवक्ता पं. प्रकाश चंद्र पांडेय विद्यार्थी ज़ी ने ध्रुव प्रसंग का वर्णन किया। बताया कि एक दिन बड़ी रानी का पुत्र ध्रुव अपने पिता महाराज उत्तानपाद की गोद में बैठ गया।

यह देख सुरुचि उसे खींचते हुए गोद से उतार देती है। इससे दुखी होकर बालक ध्रुव वन की ओर चल पड़ा और तपस्या की। प्रसन्न होकर भगवान विष्णु ने दर्शन और ध्रुव को गोद में लिया। भगवान ने राज करने का वरदान भी दिया। इस प्रसंग से यह शिक्षा मिलती है कि किसी में भेदभाव नहीं करना चाहिए और प्रभु की भक्ति में कोई विघ्न नहीं डालना चाहिए। श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन बुधवार को विद्यार्थी ज़ी ने श्रद्धालुओं को भगवान वामन अवतार व श्रीकृष्ण जन्म की कथा सुनाई।

उन्होंने बताया कि भागवत कथा सुनने से कई जन्मों के पापों का क्षय हो जाता है। कथा सुनने के साथ-साथ उसकी शिक्षाओं पर भी अमल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब-जब धरती पर धर्म की हानि होती है, तब-तब भगवान अवतार लेते है। साथ-साथ व्यास जी ने भक्त प्रह्लाद की कथा सुनाते हुए बताया कि भक्त प्रह्लाद ने माता कयाधु के गर्भ में ही नारायण नाम का मंत्र सुन लिया था। इस मंत्र के श्रवण मात्र से उनके अनेक कष्ट दूर हो गए थे। उन्होंने कहा कि बच्चों को धर्म और अध्यात्म का ज्ञान बचपन से ही दिया जाना चाहिए,

ताकि वे जीवन भर सही मार्ग पर चल सकें। इतना ही नहीं, श्रीमद् भागवत कथा के बीच में पूज्य व्यास जी ने सभी श्रोताओं को अपनें दैनिक जीवन में आत्मसात करके जीवन को सुमधुर व धन्य बनाने वाले बहुत ही सुन्दर महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की जैसे माता-पिता की सेवा, सास-ससुर का आज्ञा-पालन, जीवन में दान का महत्व, मां गंगा का उद्भव और साथ-साथ बहुत ही अविरल भाव से बहुत सुंदर-सुंदर भजनों की गंगा में सभी श्रोताओं को गोता लगवाकर मंत्रमुग्ध कर दिया।

पावन श्रीमद्भागवत कथा में मुख्य यजमान अनुपम जायसवाल, निशा जायसवाल, संजय जायसवाल, लल्लन मिश्रा, विजय शुक्ला, कमलेश द्विवेदी, छोटा योगी बाबा अनुज, मुकेश, सत्यम कुशमेश, राम नरेश कन्नौजिया, विपिन जैन, सोनू गुप्ता, अमन जायसवाल, किशोरी लाल जी, ओम प्रकाश गुप्ता जी, पूर्व ब्लाक प्रमुख श्री लालबाबू पांडेय जी सहित बहुत से भक्तजन व गणमान्य जन उपस्थित रहे।

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