Barabanki : अक्षय तृतीया पर होने वाले बाल विवाहों पर रहेगी प्रशासन की नजर अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट बाराबंकी

अक्षय तृतीया के अवसर पर होने वाले बाल विवाहों पर एक हफ्ते पूर्व से अपर जिला अधिकारी न्यायिक के निर्देशानुसार बाल विवाह रोकथाम जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत महिला कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग पुलिस विभाग , चाइल्ड हेल्पलाइन तथा जिला बाल संरक्षण इकाई के संयुक्त सहयोग से जनपद के कई सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम किए गए।

इसमें बच्चों को बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 किशोर न्याय बालकों की देखरेख संरक्षण अधिनियम 2015 लैंगिक अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम 2012 बाल अधिकार सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न हेल्पलाइन तथा महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित बच्चों की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

गई उसी के क्रम में आज अक्षय तृतीया के अवसर पर श्री साईं इंटर कॉलेज बड़ेल बाराबंकी में अपर जिला अधिकारी न्यायिक की अध्यक्षता में जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागत गीत के साथ किया गया जिसमें अपर जिलाधिकारी न्यायिक मजिस्ट्रेट इंद्रसेन जी के द्वारा बच्चों को संबोधित करते हुए बताया गया।

कि सभी बच्चे अपने अधिकारों के प्रति सजग रहे और कानून का पालन करें तथा बाल विवाह न करने की शपथ अवश्य लें ,जिला प्रोबेशन अधिकारी डॉक्टर पल्लवी सिंह द्वारा बच्चों से बातचीत करते हुए कहा कि यदि बच्चों की कम उम्र में शादी कर दी जाती है तो उनके जीवन पर काफी दुष्परिणाम सामने आते हैं बालिकाओं का शारीरिक, मानसिक विकास पूर्ण रूप से नहीं हो पाता है, ।

साथ में यह भी बताया कि कानून में जिला प्रोबेशन अधिकारी ही बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी होता हैं, एoएचoटीo उप निरीक्षक संजय गुप्ता जी के द्वारा बालिकाओं को संकल्प लेकर अपने भविष्य के प्रति सजग रहने का संकेत दिया गया और कहा गया कि यदि लड़की मन में ठान ली तो बहुत कुछ हासिल कर सकती है वह अपनी पढ़ाई व मेहनत से ऊंचाइयों को छू सकती है।

तथा पुलिस को बिना किसी भय के ऐसे मामलों की सूचना देना चाहिए जिसमें सूचनाकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाती हैं। जिला समन्वयक शिक्षा विभाग सुधा जायसवाल ने बच्चों को बताया कि शिक्षा से ही हर क्षेत्र के दरवाजे खुलते हैं इसलिए आप लोग पूरे तन मन से पढ़ाई कीजिए, कार्यक्रम में संवाद के जिला समन्वयक विनोद कुमार ने बताया कि लड़की लडका एक समान है ।

न तो प्रकृति कोई भेदभाव नहीं करती है और न हमारा संविधान भेदभाव करता है तो हम लोग क्यों करे, सभी को समानता का अधिकार है, तथा बाल विवाह न करने की सार्वजनिक रूप से शपथ दिलाई गई । कार्यक्रम के दौरान छात्रों के द्वारा सवाल पूछने के लिए कहा गया।

जिसमें अनिमेष त्रिपाठी, अनन्या, आशीष मिश्रा, मयंक, काव्या, अक्षिता आदि छात्रों के द्वारा सवाल किया गया जैसे बाल विवाह में अभिभावक को जेल होने पर बच्चे की देख रख कौन करेगा ? , एक छात्र ने पूछा कि खुद कोई लड़का या लड़की बाल विवाह करना चाहता है तो? एक छात्रा ने पूछा कि निर्भया कांड जैसे गंभीर मामलों में न्यायालय फैसला सुनाने में इतनी देर क्यों लगती हैं… एक छात्र ने पूछा कि पॉक्सो जैसे केस में फांसी जैसी कम सजा क्यों, और इन प्रश्नों का उत्तर स्वयं न्यायिक मजिस्ट्रेट व जिला प्रोवेशन अधिकारी द्वारा दिया गया।

कार्यक्रम का संचालन कर रहे चाइल्ड हेल्पलाइन के जिला समन्वयक मनोज कुमार वर्मा द्वारा बताया गया कि अपर जिलाधिकारी महोदय के निर्देश पर यह अभियान विगत 1 हफ्ते से चल रहा है जिसमें जनपद के कई सरकारी विद्यालयों में लगभग 800 बच्चों को बाल विवाह के प्रति जागरूक किया गया ।

बाल विवाह की चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर अब तक लगभग 10 केस प्राप्त हुये है जिसमें से 09 बाल विवाह बाल कल्याण समिति के आदेश पर रोके गए और एक शिकायत झूठी पाई गई , कार्यक्रम में मैनेजर सुरेन्द्र वर्मा व समस्त स्टाप  साईं इंटर कॉलेज द्वारा कार्यक्रम के संयोजन में पूर्ण सहयोग किया गया ।

उक्त कार्यक्रम में महिला कल्याण विभाग,पुलिस विभाग ,शिक्षा विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई, महिला थाना पुलिस और चाइल्ड हेल्पलाइन के अधिकारी गण मौजूद रहे।

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