महोबा जिले के डाक बंगला चौराहे पर वर्षों से अवैध रूप से संचालित हो रहे स्लीपर बस काउंटरों को लेकर आखिरकार प्रशासन सख्त हुआ है। जिलाधिकारी ने आदेश जारी करते हुए सभी स्लीपर बस संचालकों को अपने बुकिंग काउंटर प्राइवेट बस स्टैंड, छतरपुर रोड स्थानांतरित करने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि यह चौराहा महोबा का सबसे व्यस्तम इलाका है, जहां डाक बंगला मैदान में कई वर्षों से राजनीतिक रैलियों एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता आ रहा है। कोविड काल से स्लीपर बसों ने यहां अवैध रूप से डेरा डाल लिया था, जिससे न केवल यातायात बाधित होता है बल्कि सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा हो रहा है
लगातार हो रहे हैं हादसे और शिकायतें होने से इन स्लीपर बसों के कारण न केवल सड़क पर लगातार जाम की स्थिति बनी रहती है, बल्कि आसपास की महिलाओं और स्कूली छात्राओं को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार छेड़छाड़ जैसी घटनाओं की शिकायतें कोतवाली में दर्ज की गईं, लेकिन प्रभावी कार्रवाई नहीं हो सकी।
*रात में बसें रिलीज होने से अधिकारी सवालों के घेरे में*
हाल ही में तीन स्लीपर बसों को आरटीओ द्वारा जब्त किए जाने के बाद उसी रात परिवहन विभाग का कार्यालय खोलकर बसों को रिलीज कर दिया गया, जिससे विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठे हैं। सूत्रों के मुताबिक, इन अवैध गतिविधियों को संरक्षण देने में कुछ स्थानीय पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारी भी संलिप्त हैं।

स्लीपर बसों से हो रही अवैध गतिविधियाँ*
इन बसों के माध्यम से अवैध लगेज, जीएसटी चोरी तथा प्रतिबंधित अन्य सामग्री जिले में आसानी से लाई जा रही है। जिले में जगह-जगह अवैध बुकिंग काउंटर भी स्थापित कर लिए गए हैं मनमाने ढंग से स्लीपर बसों के काउंटर खोल लिए जाते है हैवी डबल डेकर बसे भीड़ भाड़ इलाके में घुसा दी जाती है ।
परिवहन कर्मचारी पहरेदारी करते रहते है हैरानी की बात है कि डाक बंगला मैदान पर साल में तीन बार होने वाले मेलों और प्रदर्शनियों के दौरान भी इन काउंटरों को नहीं हटाया जाता, जिससे महिला और छात्राओं को खासी परेशानी होती है।
प्राइवेट बस यूनियन की पुरानी मांग पूरी होने की उम्मीद*
प्राइवेट बस यूनियन लंबे समय से इन अवैध स्लीपर बस काउंटरों को छतरपुर रोड स्थित बस स्टैंड पर स्थानांतरित करने की मांग कर रही थी, लेकिन संबंधित अधिकारियों के संरक्षण के चलते यह मांग हमेशा अनसुनी रह जाती थी। अब जिलाधिकारी ने शनिवार को तहसील दिवस में आर टी ओ महोबा को तुरंत कार्यवाही के आदेश के बाद उम्मीद है कि शहर को अराजकता और भीड़भाड़ से राहत मिलेगी।
